होटल एवं रिसोर्ट में भी 300 करोड़ का निवेश
भीलवाड़ा जिला चारों तरफ फोरलेन व सिक्सलेन से जुडा है। जिले में आसीन्द का सवाई भोज, शाहपुरा का रामद्वारा, धनोप माता, जोगणियां माता, कोटड़ी श्याम, सिंगोली चारभुजा के साथ अब जहाजपुर के स्वति धाम बिजौलियां के पार्श्वनाथ मंदिर, काछोला के चंवलेश्वर आदि नए धार्मिक पयर्टक स्थल विकसित हुए हैंं। यहां धार्मिक पर्यटन की संभावनाओं को देखते हुए 6 उद्यमियों ने 300 करोड़ की लागत से नए होटल व रिसोर्ट बनाने के प्रस्ताव दिए है।
खनिज के क्षेत्र में 700 करोड़ रुपए
जिले में बजरी, क्वाटर्स, फेल्सपार, सेण्ड स्टोन, ग्रेनाइट समेत 50 से अधिक तरह के मिनरल का उत्पादन होता है। भीलवाडा जिला प्रदेश की कुल रॉयल्टी का 25 प्रतिशत से अधिक का अंशदान करता है। मिनरल उत्पादों में वेल्यू एडिशन के लिए 10 उद्यमियों ने 700 करोड़ रुपए के प्रस्ताव दिए है।
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16 इकाईयों में उत्पादन शुरू
भीलवाड़ा में हुए इन्वेस्ट समिट पर हुए एमओयू पर सरकार स्वयं नजर रख रही है। 50 करोड़ के नीचे के 16 इकाईयों में उत्पादन शुरू हो गया है। जबकि 50 करोड़ से अधिक के निवेश वाले एमओयू में 6-7 इकाईयों का काम चल रहा है। समिट को लेकर हर सप्ताह जिला कलक्टर इसकी रिव्यू मिटिंग ले रहे है। किसी भी तरह की परेशानी होने पर उद्यमियों से भी चर्चा की जा रही है।
राहुलदेवसिंह, महाप्रबन्धक जिला उद्योग केन्द्र भीलवाड़ा
भीलवाड़ा जिला चारों तरफ फोरलेन व सिक्सलेन से जुडा है। जिले में आसीन्द का सवाई भोज, शाहपुरा का रामद्वारा, धनोप माता, जोगणियां माता, कोटड़ी श्याम, सिंगोली चारभुजा के साथ अब जहाजपुर के स्वति धाम बिजौलियां के पार्श्वनाथ मंदिर, काछोला के चंवलेश्वर आदि नए धार्मिक पयर्टक स्थल विकसित हुए हैंं। यहां धार्मिक पर्यटन की संभावनाओं को देखते हुए 6 उद्यमियों ने 300 करोड़ की लागत से नए होटल व रिसोर्ट बनाने के प्रस्ताव दिए है।
खनिज के क्षेत्र में 700 करोड़ रुपए
जिले में बजरी, क्वाटर्स, फेल्सपार, सेण्ड स्टोन, ग्रेनाइट समेत 50 से अधिक तरह के मिनरल का उत्पादन होता है। भीलवाडा जिला प्रदेश की कुल रॉयल्टी का 25 प्रतिशत से अधिक का अंशदान करता है। मिनरल उत्पादों में वेल्यू एडिशन के लिए 10 उद्यमियों ने 700 करोड़ रुपए के प्रस्ताव दिए है।
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16 इकाईयों में उत्पादन शुरू
भीलवाड़ा में हुए इन्वेस्ट समिट पर हुए एमओयू पर सरकार स्वयं नजर रख रही है। 50 करोड़ के नीचे के 16 इकाईयों में उत्पादन शुरू हो गया है। जबकि 50 करोड़ से अधिक के निवेश वाले एमओयू में 6-7 इकाईयों का काम चल रहा है। समिट को लेकर हर सप्ताह जिला कलक्टर इसकी रिव्यू मिटिंग ले रहे है। किसी भी तरह की परेशानी होने पर उद्यमियों से भी चर्चा की जा रही है।
राहुलदेवसिंह, महाप्रबन्धक जिला उद्योग केन्द्र भीलवाड़ा