बोगस बिलो के माध्यम से उठाया 9 करोड़ की आईटीसी का लाभ
भीलवाड़ाPublished: Feb 15, 2020 09:16:01 pm
व्यापारियों के बयान दर्ज, करोड़ों रुपए की गड़बड़ी की थी योजना
ITC raised by 9 crore through bogus bills in bhilwara
भीलवाड़ा
Commercial tax department वाणिज्यिक कर विभाग की एन्टीविजन शाखा की ओर से चित्तौडग़ढ़ में की गई कार्रवाई में अब तक की जांच से ९ करोड़ रुपए की आईटीसी का गलत तरीके से लाभ लेने का मामला सामने आया है। Commercial tax department इससे जुड़े तीन व्यापारियों के बयान भी अधिकारियों ने दर्ज किए है। बयान से खुलासा हुआ है कि व्यापारी ने करोड़ों रुपए की गड़बड़ी करने की योजना थी। वह इस योजना में सफल होता इससे पहले ही मामले का खुलासा हो गया।
विभाग के अधिकारियों का कहना है कि व्यापारी ने बोगस बिलो के माध्यम से सोना, चांदी व आयरन क्रय करना बताया गया। जबकि विक्रय के बिल में सोयाबीन दर्शा रखा है। करीब ४३६ करोड़ रुपए के टर्न ओवर करने वाले व्यापारी के साथ दो अन्य व्यापारी भी जुड़े है। जिन्हें इस बात का भी ज्ञान नहीं है कि उनके नाम से कोई फर्म चल रही है जिसमें करोड़ों रुपए का व्यापार हो रहा है। वाणिज्यिक कर विभाग के सर्वे के दौरान व्यापारी के पास किसी भी तरह का स्टॉक तक नहीं मिला और ना ही गोदाम। अधिकारियों का कहना है कि इस व्यापारी के तार अन्य शहरों के साथ अन्य राज्यों से भी जुड़े है। इसका खुलासा भी जल्द होगा। व्यापारी ने एक मजदूर के नाम से फर्म बना रखी थी।
२०१७-१८ में डेढ़ करोड़ का खरीदा था सोना
बोगस बिलो के माध्यम से यह खुलासा हुआ है कि वर्ष २०१७-१८ में लगभग डेढ़ करोड़ रुपए का सोना खरीदना बताया है। जबकि हकीकत में यह है कि उसने एक तोला सोना भी नहीं खरीदा था। जबकि सोयाबीन बेचने का बिल अधिकारी के हाथ लगे है। जिसकी बारीकी से जांच की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि राज्य कर विभाग के संयुक्तआयुक्त(प्रशासन) रामलाल चौधरी के निर्देश में सहायक आयुक्त प्रतिकरावंचन कानाराम, राज्य कर अधिकारी निम्बाहेड़ा करणीसिंह, राज्य कर अधिकारी प्रतिकरावंचन कुलभानसिंह के नेतृत्व में विभाग की टीमों ने शनिवार को निम्बाहेड़ा, चित्तौडग़ढ़ में सर्वे की कार्रवाई की थी। सर्वे टीम में चित्तौडग़ढ़, भीलवाड़ा व राजसमंद के अधिकारी शामिल थे।
बोगस फर्म बनाकर उठाते है करोड़ों की गलत आईटीसी
अधिकारियों का कहना है कि कोई भी व्यापारी किसी अच्छे जानकार के माध्यम से फर्जी या बोगस फर्म बनाता है। उसके माध्यम से वह अन्य व्यापारी से केवल बिल लेकर जो टैक्स बनता है उसकी आधी राशि देकर बिल ले लेते है। उस बिल को अपने रिटर्न में दिखाते हुए चुकाए गए टैक्स को आईटीसी के माध्यम से उठा लेता है। इस तरह का खेल भीलवाड़ा सहित प्रदेश में चल रहा है। हाल ही में चित्तौडग़ढ़, भीलवाड़ा के शास्त्रीनगर तथा हीरा पन्ना मार्केट में कार्रवाई के दौरान सामने आई है।