उसी प्रकार त्याग के बाद निर्लेपन किया जाता है। यही अकिंचन धर्म है। अकिंचन धर्म कहता है कि व्यक्ति को न तो अतीत की स्मृतियां आनी चाहिए और न ही अनागत की अपेक्षा करनी चाहिए। भोग उपभोग मिलने पर भी उनकी उपेक्षा करना आवश्यक है।
आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष नरेश गोधा ने बताया कि शनिवार को अभिषेक छाबड़ा ने स्वर्ण मुकुट धारण कर मूलनायक आदिनाथ भगवान की 108 रिद्धी मंत्रों से अभिषेक एवं शांतिधारा की। महेन्द्र छाबडा ने शांतिनाथ भगवान की एवं विनय सेठी, मिश्रीलाल अग्रवाल, प्रदीप कोठारी, अजय बाकलीवाल,राजेश विनायका, सुभाष सेठी, अजित अग्रवाल ने अन्य प्रतिमाओं पर शांतिधारा की।
आज डेढ़ बजे अभिषेक
संयुक्त सचिव सुन्दर कोठारी ने बताया कि रविवार को अनन्त चतुर्दशी के कलश आरके कॉलोनी मंदिर में दिन में 1.30 बजे होंगे। इसके बाद श्रीजी को रथ में विराजमान कर सामूहिक कलशाभिषेक के लिए अग्रवाल उत्सव भवन ले जाया जाएगा।
संयुक्त सचिव सुन्दर कोठारी ने बताया कि रविवार को अनन्त चतुर्दशी के कलश आरके कॉलोनी मंदिर में दिन में 1.30 बजे होंगे। इसके बाद श्रीजी को रथ में विराजमान कर सामूहिक कलशाभिषेक के लिए अग्रवाल उत्सव भवन ले जाया जाएगा।
बिचला मंदिर में अभिषेक के लिए होड़
आमलियों की बारी स्थित चंद्रप्रभु दिगंबर जैन बिचला मंदिर में अभिषेक व शान्तिधारा के लिए आठ साल से अधिक उम्र के बच्चे भी आ रहे हैं। प्रेमचंद भैसा, भाग चंद गदिया, अमित टोंगिया, विजय पापड़ीवाल, मानकचंद गोधा, प्रेमराज अग्रवाल, जम्बू कुमार सोगानी, संदीप कुमार टोंगिया, संजय कुमार सोनी, सोहन लाल भैंसा, त्रिलोकचंद गोधा, रितेश कुमार अजमेरा ने शान्तिधारा की। रविवार को अनन्त चतुदर्शी का अभिषेक दोपहर तीन बजे होगा। इसके बाद अन्य दो मंदिरों में भी अभिषेक होगा।
आमलियों की बारी स्थित चंद्रप्रभु दिगंबर जैन बिचला मंदिर में अभिषेक व शान्तिधारा के लिए आठ साल से अधिक उम्र के बच्चे भी आ रहे हैं। प्रेमचंद भैसा, भाग चंद गदिया, अमित टोंगिया, विजय पापड़ीवाल, मानकचंद गोधा, प्रेमराज अग्रवाल, जम्बू कुमार सोगानी, संदीप कुमार टोंगिया, संजय कुमार सोनी, सोहन लाल भैंसा, त्रिलोकचंद गोधा, रितेश कुमार अजमेरा ने शान्तिधारा की। रविवार को अनन्त चतुदर्शी का अभिषेक दोपहर तीन बजे होगा। इसके बाद अन्य दो मंदिरों में भी अभिषेक होगा।
हाउसिंग बोर्ड शास्त्रीनगर स्थित सुपाश्र्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में पंकज भैया के सान्निध्य में अभिषेक व शान्तिधारा की गई। अध्यक्ष सुमति कुमार अजमेरा ने बताया कि शनिवार को शान्तिधारा विकास,अर्पित जैन, पदमचन्द काला, मदनलाल शाह, महावीर प्रसाद पाटनी, प्रकाशचन्द्र शाह, मनोहर लाल कटारिया, कैलाशचन्द्र गोधा, गजेन्द्रकुमार जैन, गुलाबचन्द शाह, महावीर प्रसाद वेद ने की। शाम को आरती हुई। जन सम्पर्क मंत्री भागचन्द पाटनी ने बताया कि दिन में विनितियों का कार्यक्रम हुआ। रत्नत्रय महामण्डल विधान पूजा शुरू हुई जो सोमवार तक होगी। रविवार सुबह सवा सात बजे 108 रिद्धि मंत्रों के साथ महामस्ताभिषेक होगा।
शास्त्रीनगर मेन सेक्टर स्थित पाश्र्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में पण्डित विमल जैन के सान्निध्य में शान्तिा धारा की गई। ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष महेन्द्र पाटोदी ने बताया कि स्वर्णकलश से अनिलकुमार अजमेरा ने शान्तिधारा की। इसके अलावा प्रदीपकुमार वेद, अनिल पाटनी, अनिल अजमेरा, निवेदिता कमल कुमार, चिन्तनकुमार, बडजात्या, माणकचन्द, अशोक कुमार, प्रवीण बडजात्या ने भी शान्तिधारा की। सामूहिक कलशाभिषेक आजबाहुबली जैन वेलफेयर सोसायटी की ओर से सामूहिक क्षमावणी पर्व २६ सितम्बर को मनाया जाएगा।