scriptकटारिया बोले- कलक्टर साहब बाड़मेर जाने से मत डरो, जिसके साथ गलत हुआ, उसे न्याय दो | Kataria said - Collector, do not be afraid to go to Barmer, give justi | Patrika News

कटारिया बोले- कलक्टर साहब बाड़मेर जाने से मत डरो, जिसके साथ गलत हुआ, उसे न्याय दो

locationभीलवाड़ाPublished: May 23, 2022 11:26:27 am

Submitted by:

Akash Mathur

शहर के शास्त्रीनगर में आदर्श तापडि़या हत्याकांड में पुलिस जांच पर सवाल उठा रहे भाजपा और हिन्दूवादी संगठनों के धरने को चाैथे दिन रविवार को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने संबोधित किया। कलक्टे्ट के सामने निष्पक्ष जांच और दोषी पुलिस अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर धरना दे रहे संगठनों के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कटारिया ने प्रशासन और पुलिस से दो टूक कहा कि सरकार की कठपुतली बनकर काम करना छोड़ें।

कटारिया बोले- कलक्टर साहब बाड़मेर जाने से मत डरो, जिसके साथ गलत हुआ, उसे न्याय दो

कटारिया बोले- कलक्टर साहब बाड़मेर जाने से मत डरो, जिसके साथ गलत हुआ, उसे न्याय दो

शहर के शास्त्रीनगर में आदर्श तापडि़या हत्याकांड में पुलिस जांच पर सवाल उठा रहे भाजपा और हिन्दूवादी संगठनों के धरने को चाैथे दिन रविवार को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने संबोधित किया। कलक्टे्ट के सामने निष्पक्ष जांच और दोषी पुलिस अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर धरना दे रहे संगठनों के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कटारिया ने प्रशासन और पुलिस से दो टूक कहा कि सरकार की कठपुतली बनकर काम करना छोड़ें।
उन्होंने कलक्टर को नसीहत दी कि बाड़मेर तबादला होने के डर से काम नहीं करें बल्कि जो गलत हुआ, उसके साथ न्याय करें। कटारिया ने भीलवाड़ा पुलिस की कार्य शैली पर सवाल उठाए और कहाकि अफसर जनता के पैसे से पगार पाते हैं। वे न्यायोचित काम नहीं करके जनता को ही परेशान किया जा किया जा रहा।
महाराणा प्रताप को भूले, मौज-मस्ती में निकाले तीन दिन
कटारिया ने कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पर कटाक्ष किया। कहा कि चिंतन शिविर के नाम पर देश के आला कांग्रेसी नेता मेवाड़ की धरा उदयपुर में जुटे। तीन दिन मौज-मस्ती में निकाल दिए। नाहर-चीते देखने का लुत्फ उठाया लेकिन देश के लिए प्राण न्यौछावर करने वाले महाराणा प्रताप को ही भूल गए। महाराणा प्रताप को माला तक नहीं पहनाई। एक दीपक तक कांग्रेसियों ने नहीं जलाया। कांग्रेस तुष्टिकरण को बढ़ावा दे रही है। इस कारण कांग्रेस का सफाया हो रहा। उन्होंने उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कामकाज की भी सराहना की।
आंदोलन भीलवाड़ा तक सीमित नहीं हो, मेवाड़ से हुंकार
कटारिया ने कहा कि अन्याय के खिलाफ आंदोलन भीलवाड़ा तक सीमित नहीं रहेगा। यह मेवाड़ का आंदोलन बनाना चाहिए। सोमवार से हर संभाग के हर जिला मुख्यालय पर धरना शुरू होना चाहिए। ताकि पुलिस व प्रशासन को गलत करने का सबक मिल सकें। विधायक विठलशंकर अवस्थी, जब्बरसिंह सांखला, गोपाल खंडेलवाल, भाजपा जिलाध्यक्ष लादूलाल तेली, सभापति राकेश पाठक, कालूलाल गुर्जर, बद्री प्रसाद गुरूजी, गणेश प्रजापत, दामोदरअग्रवाल, सुभाष बाहेती आदि माैजूद थे।
आंदोलन के चार दिन: चार बड़ी गलती, जिसमें अफसर कठघरे में
1. एफआईआर में नाम था। घर से उठाया। थाने लाकर पूछताछ तक नहीं की। रास्ते में छोड़ने से विवाद।
2. परिवादी मयंक के मनगढ़त बयान फाइल में लगा दिए। वह भी उस दिन लिखे जब आदर्श का अंतिम संस्कार हुआ।
3. डीएसपी से जांच लेकर एएसपी को दी। फिर भी नई जांच अधिकारी फाइल में आए साक्ष्य से मामले से जुड़े लोगों को संतुष्ट नहीं कर पाई।
4. कलक्टर और एसपी ने मुआवजे पर सहमति बनाई। पीडि़त परिवार को तेरह दिन बाद भी मुआवजा नहीं दे पाए।
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