तेजाजी चौक में भगवान श्रीराम का अग्निबाण जैसे ही अहंकारी रावण के नाभी में लगा, 51 फीट का दशानन धूं-धूं कर जल गया। रावण के साथ ही पुत्र मेघनाद व भाई कुंभकरण का पुतला भी जलाया गया। जैसे ही रावण के पुतले को आग लगाई पूरा तेजाजी चौक जय श्रीराम के जयकारों से गूंज उठा। इस मौके पर शानदार आतिशबाजी भी की गई। इसके पहले राम-रावण के भीषण युद्ध का भी दर्शकों ने आनंद उठाया। लेबर कॉलोनी व अग्रवाल भवन में रावण दहन पर जमकर आतिशबाजी की गई। पुर व सांगानेर में भी रावण दहन किया गया।
रामजी की निकली सवारी
इससे पहले आजाद चौक के रामलीला मैदान से भगवान श्रीराम की शोभायात्रा निकाली गई। श्रीरामलीला कमेटी के सचिव लादूलाल भांड ने बताया कि शोभायात्रा तेजाजी चौक पहुंची, जहां राम-रावण युद्ध का मंचन किया गया। श्री माहेश्वरी समाज चारभुजाजी मंदिर ट्रस्ट के बड़े मंदिर से भगवान चारभुजानाथजी चांदी का बेवाण जैसे ही तेजाजी चौक पहुंचा, रावण दहन कर दिया गया।
दहन के साथ अग्रसेन जन्मोत्सव संपन्न
अग्रवाल समाज संपत्ति ट्रस्ट के तत्वावधान में अग्रवाल नवयुवक व महिला मंडल का अग्रसेन जन्मोत्सव बुधवार को दशहरा मेला व रावण दहन के साथ हुआ। नवयुवक अध्यक्ष योगेश अग्रवाल व महिला मंडल अध्यक्ष दीपिका निमोदिया ने बताया कि मेले में अग्रवाल परिवारों की ओर से चौपाटी लगाई गई। श्रेष्ठ डेकोरेशन, फुड, गेम स्टाॅल को पुरस्कृत किया। 50 फीट के रावण के पुतले के साथ 35- 35 फीट के कुंभकरण, मेघनाद के पुतलों का दहन किया गया। रावण की नाभी से अंगारे, सिर पर घूमता छत्तर, मुंह से गर्जना आदि रावण के विशेष आकर्षण रहे।