अजमेर राजमार्ग पर रेड़वास चौराहे पर गुरुवार सुबह मोपड सवार सरकारी शिक्षका को ट्रेलर चालक ने चपेट में ले लिया। हादसे में झुंझुनूं जिले की रहने वाली शिक्षिका मनीषा सैनी की मौके पर ही मौत हो गई। उसकी साथी शिक्षिका गुंजन को मामूली चोटें आई। करवा चौथ पर व्रत रख प्रशिक्षण शिविर में भाग लेने जा रही सरकारी शिक्षिका को लौटकर करवा चौथ की पूजा करनी थी। मृतका कावट (झुंझुनूं) निवासी मनीषा (२५) पत्नी रामू सैनी मंगरोप के निकट सियार गांव स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में शिक्षिका थी। वह मंगरोप में किराए के मकान में रह रही थी।
केन्द्र सरकार की योजना निष्ठा के तहत एसटेक सीनियर सैकंडरी स्कूल में १६ से २० अक्टूबर तक प्रशिक्षण शिविर लग रहा है। मनीषा और रतनपुरा विद्यालय से कामां (भरतपुर) निवासी गुंजन देवी (२६) पत्नी रोहित शर्मा मोपेड पर शिविर में हिस्सा लेने जा रही थी।
घटना के दिन गुरुवार को माली (सैनी) समाज के लोगों के एमजी होस्पीटल में मोर्चरी के बाहर गुस्साने पर मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी राधेश्याम शर्मा, जिला परियोजना अधिकारी प्रहलाद पारीक व जिला शिक्षा अधिकारी मोहम्मद तहसीन अली ने समझाइश की, माली (सैनी) महासभा जिलाध्यक्ष गोपाललाल माली आदि का आरोप था कि प्रशिक्षण शहर से दूर निजी स्कूल में संचालित करना गलत था। यही कारण सड़क हादसे का सबब बना।
आंखों से दूर नहीं हट रही मनीषा
मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी शर्मा ने बताया कि निश्चित ही ये घटना दुखद है। शिक्षक संगठनों ने भी घटना को दुखद बताते हुए प्रशिक्षण शिविर का स्थान परिवर्तित किए जाने की मांग की। इस पर विभागीय स्तर पर आदेश जारी किए गए। ब्लॉक शिक्षा अधिकारी शाबिया बानू ने बताया कि घटना से मैं पूरी तरह से स्तब्ध हूं, मनीषा का चेहरा आंखों में घूम रहा है। ये पीड़ा अहसनीय है। प्रशिक्षण शिविर का स्थल बदल दिया है।
शिक्षकों संगठनों ने जताया रोष राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) जिलाध्यक्ष कैलाश सुथार ने कहा कि शिक्षिका के दुर्घटना में निधन से शिक्षक समाज स्तब्ध है। शिविर स्थल शहर से दूर रखना प्रशासनिक लापरवाही है। शिक्षक संघ सियाराम के प्रदेश महामंत्री वीरेन्द्र शर्मा ने भी रोष जताया। राजस्थान शिक्षक संघ (शेखावत) के प्रदेश संयुक्त मंत्री विष्णु दत्त शर्मा ने शिविर की उपयोगिता पर सवाल उठाए।