बारिश से फसलों को मिला जीवनदान प्रकरण के अनुसार 29 सितम्बर 2014 की रात को हीरालाल अपने साढू शाहपुरा निवासी दुर्गालाल रेगर को बहला-फुसला कर जीप में बैठाकर जहाजपुर मार्ग पर कादीसहना तिराहे पर ले आया। वहां वाहन से दुर्गालाल को धक्का देकर नीचे गिरा दिया और दुर्घटना का रूप देने के लिए उस पर वाहन फेर दिया। इससे कुचलने से दुर्गालाल की मौत हो गई। मृतक के भाई घीसू रेगर ने शाहपुरा थाने में हत्या का मामला दर्ज कराया। पुलिस ने जांच की तो सामने आया कि हीरालाल के मृतक की पत्नी यानी साली से अवैध सम्बंध थे। अवैध सम्बंधों में साढू रोडा बन रहा था।
हाईटेंशन बिजली लाइन में फाल्ट, किराना व्यापारी की मौत रास्ते से हटाने और बीमा राशि हड़पने के लिए वारदात को अंजाम दिया। शाहपुरा थाना पुलिस ने महिला समेत तीन जनों को गिरफ्तार किया था। अपर लोक अभियोजक शिवराज कुमावत ने अभियुक्त के खिलाफ 29 गवाह व 46 दस्तावेज पेश करके आरोप सिद्ध किया। ट्रायल के दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि महिला को संदेह का लाभ देते हुए दोषमुक्त कर दिया। अदालत ने हीरालाल को दोषी मानते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई।