जानकारी के अनुसार सहायक अभियंता कार्यालय सिटी प्रथम के तकनीकी सहायक दिलखुश मीणा बुधवार दोपहर को तिलकनगर में पीएचईडी फीडर पर टीम के साथ विद्युत लाइन की मरम्मत कर रहा था। इसी दौरान एक विद्युत पोल पर काम करने के दौरान उसमें अचानक करंट प्रवाहित हो गया। करंट का झटका लगते ही वह फिसल गया, लेकिन उसने हिम्मत दिखाई और एक हाथ से तार को पकड़ लिया। इसके बाद उसकी स्थिति अद्र्ध चेतन जैसी हो गई।
एक हाथ झुलसा, टीम रह गई सन्नपोल के आसपास मौजूद अन्य कर्मचारी सन्न रह गए। करीब पन्द्रह मिनट के प्रयास के बाद विद्युत कर्मी को नीचे उतार लिया गया। कर्मी को बाद में निजी अस्पताल व इसके बाद एमजी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया, लेकिन हालत में सुधार नहीं होने पर उसे जयपुर के एसएमएस में भर्ती कराया गया। यहां उसकी हालत शनिवार का भीे चिंता जनक थी। बताया गया कि करंट से कर्मी का एक हाथ बुरी तरह से झुलस गया। करंट प्रवाह के बंद होने और एक हाथ से दूसरे तार को पकड़ लेने से वह चालीस फीट नीचे गिरने से बच गया। इधर, डिस्कॉम का कहना है कि घटना के दिन क्षेत्र की विद्युत लाइनें बंद थी, लेकिन रिवर्स करंट के कारण यह हादसा हो गया।
कागजों में ही हो रही जांच जिले में विद्युत लाइनों पर लगातार हादसे बढ़ते जा रहे है। दो माह में करंट से तीन मौतें हो चुकी है, अधीक्षण अभियंता ने इसी मामले में जांच कमेटी गठित की है। इससे पूर्व के मामलों में भी जांच टीमें गठित की गई, लेकिन एक भी कमेटी ने विभागीय अभियंता या कर्मी को दोषी नहीं माना है।