मत्स्य, पशुपालन व डेयरी विकास के लिए 31 जुलाई 2020 तक विशेष अभियान के तहत पशुपालक किसानों को केसीसी के माध्यम से न्यूनतम ब्याज दर पर कार्यशील पूंजी उपलब्ध करवाई जाएगी। किसानों को दिए जाने वाली इस राशि में अनुदान की भी योजना है।
पसुपालन विभाग के अनुसार जो पशुपालक अपने पशु व्यवसाय व डेयरी व्यवसाय में बढ़ोतरी करना चाहते है, उन्हें 4 प्रतिशत ब्याज पर कार्यशील पूंजी, ऋण उपलब्ध करवाया जाएगा। दो पशुओं की यूनिट पर 30 हजार रुपए तथा पांच पशुओं की यूनिट पर 74 हजार रुपए की राशि दी जाएगी। इस राशि पर 9 प्रतिशत ब्याज है। इसमें 2 प्रतिशत का ब्याज अनुदान मिलेगा तथा नियमित किस्त जमा कराने पर 3 प्रतिशत की अतिरिक्त छूट दी जाएगी। इस प्रकार पशुपालक को चार प्रतिशत ब्याज पर ही कार्यशील पूंजी उपलब्ध हो सकेगी। जिले के पशुपालकों व भूमिहीन किसानों या छोटे किसानों को इस योजना का लाभ भी ले सकते है। सभी बैंकर्स ऐसे पशुपालकों व डेयरी संचालकों के आवेदन पत्र ले लें। गूगल ड्राइव बनाकर इन आवेदन पत्रों को सूचीबद्ध किया जाए। इससे आवेदन प्राप्त करने, स्वीकृत करने तथा अन्य गतिविधियों की जानकारी अपडेट हो सकेगी। किसी बैंक शाखा में किसी प्रकार की समस्या हो तो संबंधित कार्मिक शाखा में जाकर समाधान कराएं। पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय का उद्देश्य इस योजना से अधिकतम पशुपालकों को लाभान्वित करना है। उनके दुग्ध, डेयरी व्यवसाय को आगे बढ़ाना है।
पसुपालन विभाग के अनुसार जो पशुपालक अपने पशु व्यवसाय व डेयरी व्यवसाय में बढ़ोतरी करना चाहते है, उन्हें 4 प्रतिशत ब्याज पर कार्यशील पूंजी, ऋण उपलब्ध करवाया जाएगा। दो पशुओं की यूनिट पर 30 हजार रुपए तथा पांच पशुओं की यूनिट पर 74 हजार रुपए की राशि दी जाएगी। इस राशि पर 9 प्रतिशत ब्याज है। इसमें 2 प्रतिशत का ब्याज अनुदान मिलेगा तथा नियमित किस्त जमा कराने पर 3 प्रतिशत की अतिरिक्त छूट दी जाएगी। इस प्रकार पशुपालक को चार प्रतिशत ब्याज पर ही कार्यशील पूंजी उपलब्ध हो सकेगी। जिले के पशुपालकों व भूमिहीन किसानों या छोटे किसानों को इस योजना का लाभ भी ले सकते है। सभी बैंकर्स ऐसे पशुपालकों व डेयरी संचालकों के आवेदन पत्र ले लें। गूगल ड्राइव बनाकर इन आवेदन पत्रों को सूचीबद्ध किया जाए। इससे आवेदन प्राप्त करने, स्वीकृत करने तथा अन्य गतिविधियों की जानकारी अपडेट हो सकेगी। किसी बैंक शाखा में किसी प्रकार की समस्या हो तो संबंधित कार्मिक शाखा में जाकर समाधान कराएं। पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय का उद्देश्य इस योजना से अधिकतम पशुपालकों को लाभान्वित करना है। उनके दुग्ध, डेयरी व्यवसाय को आगे बढ़ाना है।