https://www.patrika.com/ujjain-news/this-work-doing-this-hospital-machine-instead-of-x-ray-4719186/ मरीजों को टेस्ट के लिए चार से पांच गुणा दाम चुकाने पड़ेंगे। उनका तर्क है, लैब टेक्नीशियनों से हस्ताक्षर या रिपोर्ट अधिकृत करने के अधिकार छीनने की बजाय राज्य में सभी पैरामेडिकल कर्मियों का अनुभव के आधार पर पंजीकरण पैरामेडिकल काउंसिल में करा बेरोजगार होने से बचाया जाए। इसे लेकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन कलक्टर को दिया था। सचिव शब्बीर मोहम्मद उपाध्यक्ष गुणवन्त जाकल, जगदीश सेरिन, अरूण शुक्ला सहित अन्य सदस्य मौजूद थे।
डॉक्टर के हस्ताक्षर जरूरी
सरकार ने प्रदेश की सभी लैब का पंजीयन अनिवार्य कर दिया गया है। अन्तिम तारीख ३१ अगस्त है। उसके बाद बिना पंजीयन की लैब पर पांच लाख रुपए तक जुर्माना लगाया जाएगा। पंजीयन की मुख्य शर्त में जांच रिपोर्ट पर पैथोलॉजिस्ट या एमबीबीएस चिकित्सक के हस्ताक्षर जरूरी होंगे। यानी सभी लैब संचालकों को डॉक्टर्स रखने होंगे। अधिकांश लैब रेफरल आधार पर चल रही है तो कुछ में दो से चार लैब टैक्नीशियन है।
सरकार ने प्रदेश की सभी लैब का पंजीयन अनिवार्य कर दिया गया है। अन्तिम तारीख ३१ अगस्त है। उसके बाद बिना पंजीयन की लैब पर पांच लाख रुपए तक जुर्माना लगाया जाएगा। पंजीयन की मुख्य शर्त में जांच रिपोर्ट पर पैथोलॉजिस्ट या एमबीबीएस चिकित्सक के हस्ताक्षर जरूरी होंगे। यानी सभी लैब संचालकों को डॉक्टर्स रखने होंगे। अधिकांश लैब रेफरल आधार पर चल रही है तो कुछ में दो से चार लैब टैक्नीशियन है।