थानाप्रभारी कृष्णकुमार चौधरी ने बताया कि चन्द्रशेखर आजादनगर निवासी जिग्नेश समदानी मारपीट के मामले में राजीनामे के लिए दोपहर में सुवाणा ग्राम न्यायालय पहुंचा। वहां किसी मामले में सदर थाने के कांस्टेबल गजेन्द्र सिंह के बयान हो रहे थे। जिग्नेश ने बयानों में बाधा पहुंचाई। इस पर ग्राम न्यायालय न्यायाधीश प्रवीण चौधरी ने आपत्ति जताई, तो वह बदसलूकी करने लगा। उसके साथ उसकी पिता और पत्नी भी थे। परिजनों और वकीलों के समझाने के बाद भी जिग्नेश अपशब्द बोलते हुए हंगामा करता रहा।
कार्रवाई करने पर दी जान से मारने की धमकी
जिग्नेश ने मजिस्ट्रेट से कहा कि उसके खिलाफ कोई कार्रवाई की गई, तो वह बाहर निकलने पर जान से मार देगा। उसने रीडर नेमीचंद रेगर को भी धमकाया। अदालत में अधिवक्ता और अन्य लोग भी मौजूद थे। सदर थाने से सहायक उपनिरीक्षक राजमल कुमावत जाप्ते के साथ वहां पहुंचे। जिग्नेश को हिरासत में लेने का प्रयास करने पर उसने पुलिसकर्मियों से धक्का-मुक्की की। आरोपी ने कुमावत के मुंह पर मुक्का मारा। इससे उनको चोट आई। पुलिस बमुश्किल आरोपी को थाने ले गई।