यह नजारा सुबह उस समय का था जब वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री सुखराम विश्नोई पौधारोपण के लिए स्मृति वन जा रहे थे। इस दौरान वन व पर्यावरण विभाग के आला अधिकारी मात्र बगल झांकते रहे। विश्नोई के भीलवाड़ा में होने और उनके रविवार को शहर में विभिन्न कार्यक्रम होने के बावजूद वन, पर्यावरण, खनिज व पुलिस विभाग ने भी गंभीरता नहीं दिखाई।
खोद डाली बनास नदी बनास नदी में मंगरोप, हमीरगढ़, हाशियावास, जहाजपुर, काछोला में धड़ल्ले से बजरी का अवैध खनन हो रहा है। इसके अलावा बागोर, मांडलगढ़ व भीलवाड़ा के निकट कोठारी नदी में दिन-रात बजरी खनन हो रहा है। यही हाल खारी नदी का भी है। बजरी माफिया और ग्रामीणों में टकराव की कई घटनाएं हो चुकी हैं। बजरी माफिया के प्रशासनिक व खान विभाग के अधिकारियों से उलझने के मामले भी सामने आ चुके हैं। बजरी माफिया से साठगांठ को लेकर कई पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई हो चुकी है।
कलक्टर बोले- करवाएंगे जांच इस संदर्भ में जिला कलक्टर राजेन्द्र भट्ट ने कहा कि खान विभाग ने कुछ खनन की लीज दे रखी है, जो कि सीमित संख्या में है। उन्होंने कहा कि अवैध बजरी दोहन के मामले की सोमवार को जांच कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि शहर व जिलेमें अवैध बजरी दोहन के खिलाफ प्रशासन का रवैय्या सख्त रहा है। अवैध बजरी दोहन में लिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।