वीर सावरकर चौक स्थित अपने आवास पर पत्रकार वार्ता में गुर्जर ने कहा कि शाम की सब्जी मण्डी में उनके भाई की कार रोककर फायरिंग की गई। शार्प शूटर को बुलाया था। नकाब पहने शॉर्प शूटर बाइक पर था। भाई ने मुख्य सचेतक के यहां छिपकर जान बचाई। दोपहर में कोतवाली पहुंच फायरिंग की रिपोर्ट दी। 12 बजे दी रिपोर्ट पुलिस ने दोपहर तीन बजे दर्ज की और आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों में से एक से रिपोर्ट लेकर नीरज और राहुल के खिलाफ फायरिंग का मामला दर्ज किया।
फुटेज से सच आएगा सामने गुर्जर ने कहा कि शाम की सब्जी मण्डी के मुख्य रोड पर कई जगह सीसी कैमरे लगे हैं। पुलिस फुटेज जांचे। नीरज ने फायरिंग की है तो सजा को तैयार है। पुलिस कह रही है कि तब उस क्षेत्र में दुकान-शोरूम के सीसी कैमरे तब बंद थे, यह कैसे संभव है। फुटेज देखे तो पता चल जाएगा कि उनके भाई और रिश्तेदार ने फायरिंग नहीं की। पुलिस ने एक भी फुटेज नहीं लिया। पुलिस नीरज, राहुल और चालक नारायण लाइ डिटेक्टर और नारको टेस्ट करवा लो। नीरज तेरह मामलों में बरी हो चुका है। एक भी मामले में अदालत ने दोषी नहीं माना।
बदनाम करने के लिए साजिश विधायक ने कहा कि चुनाव में हराने के लिए उनको बदनाम करने के लिए साजिश रची जा रही है। उन पर हमला हो सकता है। इस खतरे की जानकारी डीजीपी से आईजीपी को दे चुका। फिर भी आचार संहिता के नाम पर सुरक्षाकर्मी हटा दिए गए। वह पुलिस को सुरक्षा का भुगतान करने को तैयार थे। सत्याग्रह के दौरान टावर पर चढऩे परके दो मामलों में उसे षड्यंत्र में शामिल बता केस दिया जबकि उसका टावर पर किसी को चढ़ाने में कोई हाथ नहीं है।