Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Rajasthan News: राजस्थान में बारिश के बाद बांधों से आई बड़ी खुशखबरी, चलने लगी चादर, खुशी से झूमी जनता

Meja Dam: मेजा बांध में साढ़े छह फीट पानी आ चुका है। बांध की भराव क्षमता 30 फीट है। हालांकि मेजा बांध तक रास्ते में कई एनीकट हैं। उनके भरने के बाद ही पानी आगे बढ़ेगा।

2 min read
Google source verification
Dam overflows in Rajasthan

Monsoon 2024: भीलवाड़ा की जीवन रेखा रह चुके मेजा बांध के लिए खुशखबरी आई है। रायपुर क्षेत्र का लड़की बांध शुक्रवार रात छलक गया। बांध पर एक इंच की चादर चल रही है। मेजा भरने में लड़की बांध का अहम योगदान रहा है। ऐसे में लड़की बांध के छलकने से मेजा भरने की उम्मीद जगी है। जिले में भादो माह की शुरुआत में दूसरा बांध छलका है। इससे पहले दो दिन पूर्व हमीरगढ़ के निकट गुवारड़ी बांध छलका था। वहीं बांधों के छलकने से ग्रामीणों में भी खुशी का माहौल है।

ऊपर छोर राजसमंद, जहां अच्छी बारिश

राजसमंद जिले में हुई अच्छी बारिश के बाद वहां बना मोड़ीदेह बांध ओवरफ्लो हुआ। उसका पानी लड़की बांध में आया। 12 फीट क्षमता के इस बांध में पानी की आवक लगातार बनी है। लड़की बांध भरने से क्षेत्र के लोगों में खुशी की लहर है। यह पानी पेयजल के साथ सिंचाई के काम आता है। अच्छी बरसात होने पर पानी आगे बढ़ेगा और यह मेजा बांध तक पहुंचेगा। इस समय मेजा बांध में साढ़े छह फीट पानी आ चुका है। बांध की भराव क्षमता 30 फीट है। हालांकि मेजा बांध तक रास्ते में कई एनीकट हैं। उनके भरने के बाद ही पानी आगे बढ़ेगा।

अब 88 प्रतिशत बरसात

मानसून की विदाई को करीब एक माह शेष है। सावन में अच्छी बरसात के बाद अब भादो से आस है। भीलवाड़ा-शाहपुरा जिले में औसत के मुकाबले 88.14 प्रतिशत बारिश हो चुकी है। जिले में बरसात का औसत आंकड़ा 601 मिलीमीटर है। इसके मुकाबले 530 मिलीमीटर बरसात हो चुकी है।

जयसमंद बांध में भी पानी की आवक

वहीं अलवर जिले में सिलीसेढ़ बांध की चादर चलने के बाद सभी लोगों की निगाहें अलवर की लाइफलाइन कहे जाने वाले जयसमंद बांध पर टिकी हुई है। सिलीसेढ़ में पिछले पांच दिनों से लगातार एक इंच की चादर चल रही है, जिससे जयसमंद बांध में पानी की आवक हो रही है। अब तक सिलीसेढ़ का 2.5 लाख लीटर से ज्यादा पानी जयसमंद तक पहुंच चुका है। अभी बांध में जलस्तर 5 से 6 फीट पर टिका हुआ है।

सिलीसेढ़ में चादर चलने के बाद पानी 4 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद जयसमंद बांध तक पहुंचा है। हालांकि इसके बहाव क्षेत्र में रुकावटें होने के कारण पानी के गति मंद है। पूरा पानी भी नहीं पहुंच पा रहा है। नटनी के बारा से भी बांध में पानी पहुंच रहा है। जिले के दो बांध सिलीसेढ़ और मानसरोवर में चादर चल रही है। इसके साथ ही जयसमंद बांध में 5.2 फीट, मंगलसर 25.11, जयसागर 22.6, जैतपुर 10.3, सिलीबेरी 4.9, समरसरोवर 5.7, बाघेरी कुड 5.8, बावरिया 4 और सिलीसेढ़ में 28.10 फीट पानी है।

यह भी पढ़ें- Heavy Rain: राजस्थान में मूसलाधार बारिश से टूट गया 19 साल का रेकॉर्ड, इस बांध से ढाई गुना छोड़ा पानी