scriptउद्यान में मच्च्छरों की ‘सैर, ‘मॉर्निंग वॉकर्स मना रहे खैर | Mosquitoes 'walk' in the park, 'Morning Walkers' are celebrating | Patrika News

उद्यान में मच्च्छरों की ‘सैर, ‘मॉर्निंग वॉकर्स मना रहे खैर

locationभीलवाड़ाPublished: Oct 21, 2021 08:36:19 am

Submitted by:

Suresh Jain

राजीव गांधी उद्यान में भरा नालियों का पानी, मच्छरों की भरमारघूमने आने वालों ने किया किनाराडेंगू का बढ़ा खतरा

उद्यान में मच्च्छरों की 'सैर, 'मॉर्निंग वॉकर्स मना रहे खैर

उद्यान में मच्च्छरों की ‘सैर, ‘मॉर्निंग वॉकर्स मना रहे खैर

भीलवाड़ा।
सेहत के प्रति गंभीर रहने वाले लोग सुबह-सुबह पार्को में घूमने के लिए आते हैं। लेकिन आरके कॉलोनी स्थित राजीव गांधी उद्यान में पिछले कुछ दिनों से नालियों का गंदा पानी भरा होने से लोग पार्क में आने से कतराने लगे हैं। यहां पानी में मच्छरों की भरमार होने से आस-पास के लोगों में डेंगू फैलने का खतरा मंडरा रहा है। गौरतलब है कि राजस्थान में बुधवार से ही डेंगू मुक्त राजस्थान अभियान का श्रीगणेश किया गया है। उसके विपरीत इस पार्क में पानी भरा होने तथा मच्छर होने से हालात और विकट हो गए हैं।
घर-घर हिदायत, जो नजर आ रहा उसकी अनदेखी
क्षेत्र के लोगों का कहना है कि चिकित्सा विभाग घर-घर जाकर किसी भी पात्र में भरे साफ पानी को खाली करने की हिदायत देता है। जबकि इतने बड़े पार्क में नालियों का पानी भरा पड़ा है, जिसकी तरफ से वह अनजानों जैसा रवैया रखे हुए है। स्थानीय निवासी देवेन्द्र व्यास का कहना है कि नगर विकास न्यास ने लोगों के लिए अच्छा पार्क बनाया है। इसके अलावा यहां सूर्य नमस्कार के स्टेच्यू तक बना रखे हैं लेकिन उसके पास की सभी टाइलें उखड़ गई हैं। रेलिंग को जंग लग रहा है। ताला तक लगा है। ऐसे में लोग मच्छरों व पानी से बचने के लिए अब धांधोलाई के चारों ओर चक्कर लगाते हैं। याकू ब मोहम्मद ने बताया कि पार्क में पानी के साथ मच्छर भी पनपने लगे हैं। जबकि सरकार पानी को साफ करने व मच्छरों से बचाने के लिए अभियान चला रही है। जबकि यहां उल्टा हो रहा है।
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जगह-जगह पनप रहा लार्वा
पार्क में चारों तरफ पानी भरा हुआ है। कई जगह पर मच्छर अनगिनत तादाद में देखे जा सकते हैं। अमूमन कबाड़ और बारिश के दौरान भरे पानी के आसपास मंडराने वाला डेंगू का मच्छर अब शहर के इस पार्क के आस-पास भी दस्तक दे रहा है। दरअसल इस बार लगातार अक्टूबर माह तक हुई बरसात और शहर में चल रहे निर्माण कार्यों के कारण शहर में कई जगह सड़कें खुदी हुई हैं। जगह-जगह गड्ढे होने से इनमें पानी भी जमा हो रहा है। ये गड्ढे लार्वा पनपने की पनाहगार साबित हो रहे हैं। शहर की सबसे बड़ी आरके कॉलोनी, शास्त्रीनगर, सुभाषनगर से लगातार डेंगू के मरीज आ रहे हैं। यही स्थिति अन्य कॉलोनी में भी देखने को मिल रही है। यहां काफी तादाद में डेंगू के मरीज मिल रहे हैं।
डेगूं में रखें इन बातों का ख्याल
– डेंगू के बुखार में मरीज को 100 डिग्री से कम बुखार है या इतना ही बुखार है, तो उसके शरीर दर्द में राहत के लिए पैरासिटामॉल दे सकते हैं। इसके अतिरिक्त दवाई बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं दें।
– रोगी का ज्वर 102 या इसके आस-पास है तो रोगी के सिर पर सादे पानी की पट्टियां रखें। ऐसा तब तक करें जब तक रोगी के शरीर का ताप कम ना हो जाए।
– रोगी के कमरे में हल्की रोशनी और ताजी हवा का पूरा इंतजाम करें।
– डेंगू के रोगी के बेड पर मच्छरदानी का उपयोग अवश्य करें। साथ ही घर के अन्य सदस्य भी मच्छरों से बचाव के लिए हर संभव तरीका अपनाएं।
– रोगी की पर्सनल हाइजीन का पूरा ध्यान रखें। उसके कपड़े नियमित रूप से बदलें और हाथ-पैर धोने या नहाने के लिए गुनगुने पानी का उपयोग कराएं।
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बारिश में भरता है पानी
बारिश के समय हर बार पानी भरता है। यह समस्या हर बार की है। लेकिन इस बार डेंगू के कारण लोगों को ज्यादा समस्या आ रही है। इस पानी को निकालने का हर संभव प्रयास किया जाएगा।
रफीक मोहम्मद, अधीक्षक उद्यान नगर विकास न्यास
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