अब राजस्थान के सभी जिले के अस्पतालों में प्रसव कक्ष में म्यूजिक सिस्टम लगाए जाएंगे ताकि गीत संगीत से प्रसूता का तनाव कम किया जा सके। जिले में भीलवाड़ा के महात्मा गांधी चिकित्सालय सहित 20 अन्य अस्पतालों के प्रसव कक्ष में तराने गूंजेंगे। म्यूजिक सिस्टम लगाने का काम शुरू कर दिया गया।
आरसीएचओ डॉ. सीपी गोस्वामी ने बताया कि प्रदेश में सरकारी अस्पतालों के सभी डिलीवरी केन्द्रों पर म्यूजिक सिस्टम लगाने के आदेश हैं। प्रदेश में 550 से अधिक और जिले में 21 अस्पतालों में म्यूजिक सिस्टम लगाए जाएंगे। जिले में महिला अस्पताल सहित कई सीएचसी में सिस्टम लगाने का काम चल रहा है। प्रसव कक्ष में म्यूजिक से साउंड थैरेपी का उद्देश्य प्रसव पीड़ा के दौरान प्रसूता के ध्यान को डायवर्ट करना है ताकि प्रसव पीड़ा कम की जा सके। पीड़ा कम महसूस होगी तो ब्लड प्रेशर भी सामान्य बना रहेगा।
लगाएंगे पर्दे, सफाई पर खास ध्यान गोस्वामी ने बताया कि जिला अस्पताल व सीएचसी प्रसव कक्ष में रंगीन पर्दे लगाए जाएंगे। प्रसव कक्ष में सफाई पर खास ध्यान दिया जाएगा ताकि संक्रमण से बचाया जा सके।
म्यूजिकल थैरेपी से पॉजिटिव एनर्जी मिलती है। इससे प्रसव पीड़ा कम महसूस होगी। प्रसूताओं का मानसिक तनाव भी कम होगा व ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहेगा। गर्भावस्था के दौरान भी साउंड थैरेपी बच्चे और मां के लिए बेहतर है। प्रसव कक्ष वाली सीएचसी व पीएचसी में म्यूजिक सिस्टम लगाए जाएंगे।
डॉ. सीपी गोस्वामी, आरसीएचओ
डॉ. सीपी गोस्वामी, आरसीएचओ