पुलिस अधीक्षक डॉ. रामेश्वरसिंह ने बताया कि हाइवे पर सुनसान जगह स्थित पेट्रोल पम्प, अटल सेवा केन्द्र और अन्य स्थानों पर बढ़ती नकबजनी की वारदात को देखते हुए पुलिस उपाधीक्षक परबतसिंह के नेतृत्व में विशेष टीम बनाई थी। गया था। टीम में सदर थानाधिकारी राकेश वर्मा, हैड कांस्टेबल मोतीराम, सत्यनारायण शर्मा, कांस्टेबल चन्द्रभान, रविन्द्र कुमार, सचिन्द्र मोहन, ओमप्रकाश, पंकज कुमार समेत अन्य पुलिसकर्मियों को शामिल किया। अनुसंधान के बाद सांगानेर थाना सुभाषनगर हाल बीलिया (गंगरार) के भोजराज गाडरी, बड़लियास के रामसिंह दरोगा, सुवाणिया (गंगरार) के उदयलाल गाडरी, रूद्ध (राशमी) के गोरधन प्रजापत, खटवाड़ा (बीगोद) के भैरूलाल गाडरी, सांगानेर निवासी राजेन्द्र प्रजापत, आवरामाता (भदेसर) का पवन उर्फ पंकज गर्ग तथा बोदीयाना (चंदेरिया)हाल बम्बोरी (प्रतापगढ़) निवासी पुष्कर उर्फ पंकज गर्ग को गिरफ्तार किया गया। इसमें भैरू गाडरी व उदयलाल गाडरी गिरोह के सरगना है।
इन घटनाओं का खुलासा आरोपियों ने सदर थाना क्षेत्र के बड़ा महुआ स्थित पेट्रोल पम्प, हमीरगढ़ के बरडोद के निकट एस्सार पेट्रोल पम्प, आरजिया चौराहे स्थित एस्सार पेट्रोल पम्प, भादसोड़ा चौराहे स्थित एस्सार पेट्रोल पम्प से बैट्रियां चुराने के साथ रूपाहेली, दांथल, हमीरगढ़ क्षेत्र के सादी, सियान, भूणास, गाडरमाला, भादसौड़ा, आमली में अटल सेवा केन्द्र से एलईडी व बैट्री, रायपुर में सरदारनगर रोड पर शोरूम से एलईडीचुराने समेत निकटवर्ती अन्य जिलों में नकबजनी की वारदातो को अंजाम दिया।
सुनसान इलाका तलाशते, मोबाइल स्वीच ऑफ
गैंग के सभी सदस्य रात में एक स्थान पर एकत्रित होते थे। उसके बाद सरगना और ड्राईवर का मोबाइल को छोड़कर बाकी सभी सदस्य स्वीच ऑफ कर देते थे। फिर सभी लग्जरी जीप में सवार होकर हाइवे पर निकल जाते। रात 11.30 बजे रवाना होकर सुनसान इलाके में आने वाले पेट्रोल पम्प, अटल सेवा केन्द्र, हार्डवेयर की दुकानों की रैकी की जाती थी। वारदात स्थल पर सभी अंधेरे में उतर जाते। ड्राईवर वाहन लेकर दूर खड़ा रहता और निगरानी रखता था। मौका पाकर गिरोह पेट्रोल पम्प पर खड़े वाहनों से बैट्रियां व अन्य उपकरण चुरा लेते। फिर गिरोह का सरगना मोबाइल से ड्राईवर को कॉल करके बुलाता। सभी चोरी का सामान गाड़ी में भरकर अपने मोबाइल ऑफ कर लेते थे। गंगरार की तरफ निकल जाते।
गैंग के सभी सदस्य रात में एक स्थान पर एकत्रित होते थे। उसके बाद सरगना और ड्राईवर का मोबाइल को छोड़कर बाकी सभी सदस्य स्वीच ऑफ कर देते थे। फिर सभी लग्जरी जीप में सवार होकर हाइवे पर निकल जाते। रात 11.30 बजे रवाना होकर सुनसान इलाके में आने वाले पेट्रोल पम्प, अटल सेवा केन्द्र, हार्डवेयर की दुकानों की रैकी की जाती थी। वारदात स्थल पर सभी अंधेरे में उतर जाते। ड्राईवर वाहन लेकर दूर खड़ा रहता और निगरानी रखता था। मौका पाकर गिरोह पेट्रोल पम्प पर खड़े वाहनों से बैट्रियां व अन्य उपकरण चुरा लेते। फिर गिरोह का सरगना मोबाइल से ड्राईवर को कॉल करके बुलाता। सभी चोरी का सामान गाड़ी में भरकर अपने मोबाइल ऑफ कर लेते थे। गंगरार की तरफ निकल जाते।