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न्यू एमसीएच में लगेंगे आठ लाख की लागत से कैमरे

locationभीलवाड़ाPublished: Jun 29, 2022 09:02:34 am

Submitted by:

Suresh Jain

जिला कलक्टर आशीष मोदी ने मंगलवार को राजमाता विजया राजे सिंधिया मेडिकल कॉलेज के सभागार में राजस्थान मेडिकेयर रिलीफ सोसायटी की बैठक ली।

न्यू एमसीएच में लगेंगे आठ लाख की लागत से कैमरे

न्यू एमसीएच में लगेंगे आठ लाख की लागत से कैमरे

जिला कलक्टर आशीष मोदी ने मंगलवार को राजमाता विजया राजे सिंधिया मेडिकल कॉलेज के सभागार में राजस्थान मेडिकेयर रिलीफ सोसायटी की बैठक ली। उन्होंने कहा कि रोगियों को बेहतर उपचार के लिए सोसायटी के माध्यम से आवश्यक संसाधन मुहैया कराए जाएं। संसाधनों का रोगियों को लाभ मिले, इसके लिए चिकित्सक संवेदनशीलता के साथ कार्य करें।


महात्मा गांधी अस्पताल में आपात स्थितियों में विभिन्न प्रयोगशाला में जांच मशीनों के रिएजेन्ट्स समाप्त होने व मशीनों में तकनीकी खराबी का मुद्दा उठा। इस पर कलक्टर ने अस्पताल अधीक्षक डॉ.अरुण गौड़ को लैब में रिएजेन्ट्स का अतिरिक्त स्टॉक रखने के निर्देश दिए। निशुल्क जांच के लिए एनएबीएल डायग्नोसिस सेन्टर पर जांच को आरजीएचएस दर पर कराने की स्वीकृति मांगी। अस्पताल में वर्ष 2005 में सीटी स्कैन मशीन के पुराने होने और इकलौती एमआरआई मशीन के पीपीपी मोड पर होने से मरीजों को होने वाली परेशानी पर भी चर्चा हुई। रेडियोलोजी विभाग के डॉक्टर के अवकाश पर होने से मरीजों व महिलाओं को परेशानी की बात उठी। न्यू एमसीएच में आए दिन होने वाली घटनाओं को रोकने के लिए अब 8 लाख की लागत से आईपी कैमरा लगाने पर सहमति बनी।
मरीजों की एक क्लिक पर मिलेगी जानकारी
जिला कलक्टर ने कहा कि एमजीएच आने वाले सभी रोगियों का एकीकृत कंप्यूटर सिस्टम प्रणाली से जोड़कर डेटाबेस तैयार किया जाए। इससे रोगी के दुबारा चिकित्सालय आने पर एक क्लिक से पिछला रिकार्ड सामने आ जाएगा। इसके लिए आउटडोर में चिकित्सक के पास इंटरनेट, वाई फाइ युक्त टेबलेट होगा। इसमें आने वाले रोगी का डेटा फीड कर आई डी जनरेट करेगा।उसी आई डी से रोगी की जांच हो सकेगी। आनलाइन दवा वितरण केंद्र से दवा उपलब्ध कराई जा सकेगी। यह प्रक्रिया पूर्णतया पेपरलेस होगी। इससे रोगी का इलाज से संबंधित डेटा डिजिटल रुप में संधारित किया जा सकेगा।

कायाकल्प में दूसरे दूसरे स्थान पर
डॉ. गौड़ ने बताया कि कायाकल्प कार्यक्रम के तहत वर्ष 2020-21 में एमजीेएच राज्य में दूसरे स्थान पर रहा। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मिशन निदेशक, एनएचएम एवं राज्य नोडल अधिकारी, गुणवत्ता आश्वासन एवं कायाकल्प कार्यक्रम से जारी प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति के तहत 20 लाख का बजट आवंटन किया गया। जिला कलक्टर की स्वीकृति के बाद ई लोडर मशीन, एलईडी टीवी एवं अन्य चिकित्सीय उपकरणों की खरीद की गई।

यह निर्णय भी लिए
-स्टाफ कैन्टीन बनाई जाएगी।

-एमजीएच व न्यू एमसीएच विंग में मरीज भार ज्यादा होने से दो क्यू मैनेजमेंट सिस्टम (टोकन सिस्टम) लगवाएंगे। इस पर 6 लाख व्यय होंगे।
-ऑपरेशन थिएटर में मरीजों के वस्त्र, गॉज बैंडेज आदि को विसंक्रमित करने के लिए 10 लाख की लागत से दो ऑटोक्लेव मशीन लगाई जाएगी।

-भर्ती मरीजों के परिजनों को दस्तावेज की प्रतिलिपि अस्पताल परिसर में उपलब्ध कराने के लिए फोटोकॉपी मशीन लगाई जाएगी।
-सेवा प्रदाता एजेन्सी से एक हेल्थ मैनेजर लगाया जाएगा। हरिशेवा छाया शेड अब एमसीएच में स्थापित होगा।

-ट्रोमा सेन्टर का निर्माण एमओटी के सामने होगा।
इन पर नहीं हुआ निर्णय
अस्पताल परिसर में संचालित साइकिल स्टैण्ड का कोरोना काल के दौरान का किराया माफ करने या तीन माह का समय आगे बढ़ाने के संबन्ध में निर्णय नहीं हो सका। यह मुद्दा सोसायटी सदस्य मोहम्मद हारून रंगरेज ने रखा। सीताराम धर्मशाला की दुकानों को लेकर भी चर्चा हुई।

आमदनी-खर्च पर चर्चा
विधायक विट्ठलशंकर अवस्थी ने भी सुझाव दिए। सोसायटी की आय-व्यय एवं वर्तमान उपलŽब्ध राशि के स्बन्ध मे विचार विमर्श सहित चिकित्सालय में बेहतर सुविधाएं संचालित करने पर निर्णय लिए। सीएमएचओ डॉ.मुस्ताक खां, मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल पवन कुमार, नगर परिषद आयुक्त दुर्गा कुमारी व अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।

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