scriptचंवलेश्वर पाश्र्वनाथ में 50 बीघा जमीन पर बनेगी नई योजना | New plan to be built on 50 bigha land in Chanleshwar Parshwanath | Patrika News

चंवलेश्वर पाश्र्वनाथ में 50 बीघा जमीन पर बनेगी नई योजना

locationभीलवाड़ाPublished: Mar 06, 2021 09:58:12 am

Submitted by:

Suresh Jain

अहमदाबाद के विनय कुमार ने की धर्मशाला निर्माण की घोषणा

चंवलेश्वर पाश्र्वनाथ में 50 बीघा जमीन पर बनेगी नई योजना

चंवलेश्वर पाश्र्वनाथ में 50 बीघा जमीन पर बनेगी नई योजना

भीलवाड़ा।
निर्यापक मुनि सुधासागर महाराज ने कहा कि बिजौलियां प्रवास के समय उन्होंने चंवलेश्वर विकास के लिए शगुन उठाया था। चंवलेश्वर के विकास के लिए निजी जमीन की आवश्यकता पर पूरे देश के जैन समाज ने 50 बीघा जमीन के लिए दान राशि की घोषणा कर उस शगुन को मंगल किया। देश के सभी प्रान्तों से आए हुए श्रावकों का समूह चंवलेश्वर पाश्र्वनाथ के प्रति सच्ची भक्ति का प्रतीक है। अब चंवलेश्वर के विकास को कोई नही रोक सकता। शंका समाधान करते हुए उन्होंने कहा कि यहां के विकास की जो नई रुपरेखा बनाई गई है, उसके लिए निजी जमीन खरीदी जा रही है। यहां किसी भी सरकारी कानून का उल्लंघन नही होगा। सभी कार्य शासन एवं प्रशासन की अनुमति से होंगे। नियमानुसार होने वाले कार्य से समाज, शासन व प्रशासन को भी कोई परेशानी नहीं होगी। महाराज ने कहा कि आज यहां संत, समाज व राजनीति का त्रिवेणी संगम हो रहा है। जहां त्रिवेणी संगम होता है वह स्थान सदा-सदा के लिए पवित्र एवं अमर हो जाता है। इस अवसर पर अहमदाबाद के विनय, आभा परिवार ने पूरी धर्मशाला बनाने की घोषणा की। इस दौरान एक पोस्ट कार्ड का भी विमोचन किया गया।
सभा में कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर ने कहा कि यह क्षेत्र इतना प्रसिद्ध होने के बाद भी विकास में काफी पिछड़ा हुआ है। मुनि सुधासागर के सानिध्य में इसका विकास होने के साथ ही इस क्षेत्र को एक नई ख्याति मिलेगी। इस पर मुनि सुधासागर ने कहा कि मुनि संकल्प नहीं करते है। वे काम में विश्वास करते है। यहां आने के साथ ही विकास भी शुरू हो गया है। यह क्षेत्र उन ऊंचाईयों को छुएगा, जिसकी कल्पना श्रावक करते है।
पुण्यकर्म से मिलता है यश-वैभव: सुधासागर
काछोला. मुनि सुधासागर महाराज ने कहा कि पुण्य कर्म के उदय से जीवन में धन-संपदा, पद और यश की प्राप्ति होती है, इनको संभालना मुश्किल है। मुनि ने पुण्य कर्म से मिली इंद्रियों के सदुपयोग की बात कही। चैनपुरा के चंवलेश्वर पाश्र्वनाथ मंदिर में मुनि ने धर्मसभा में साधकों के ज्ञान चक्षु खोलते हुए पुण्य कर्म करने की सीख दी। कहा कि अच्छे कार्य पर धन्यवाद और बुरे पर मन को फ टकार लगाने के भाव जगाकर कर इसे धर्मपथ की राह दिखाई। मन और इंद्रियों को परमात्मा दर्शन, स्वर्ण, वंदन और स्मरण में लगाने के उपाय बताए। कमेटी अध्यक्ष प्रकाश कासलीवाल ने बताया कि मुनि के सानिध्य में नित्य अभिषेक, शांतिधारा, पूजन और हवन के साथ किया गया। भक्ति कार्यक्रम हुआ। महिमा अपरंपार म्हारा प्यारा चावलेश्वर पाश्र्वनाथ, जय जय चावलेश्वर पाश्र्वनाथए कमलेश्वर प्यारा लाग आदि भजनों पर श्रद्धालु थिरके।
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