जानकारी के अनुसार एमसीएच के पालने में रात में कोई नवजात बालिका को छोड़ गया। पालने में छोडऩे के कुछ देर बाद ही वार्ड में घंटी बजी। नर्सिंग स्टॉफ दौड़कर बाहर आया। यहां पालने में नवजात बालिका मिलने पर उसे तत्काल एनआईसीयू में लाया गया। यहां चिकित्सक ने उसकी जांच की। बच्ची को सांस लेने में दिक्कत थी। उसका शरीर नीला पड़ा हुआ था। बच्ची ना रो रही थी ना ही कोई हरकत कर रही थी। उसकी हालत गम्भीर थी। उसे वेंटीलेटर पर लेकर इलाज शुरू किया गया। बच्ची का इलाज कर रहे डॉ. जगदीश सोलंकी ने बताया कि बच्ची का जन्म समय से पूर्व हुआ है। माना जा रहा है कि प्रीमेच्योर बालिका को जन्म के एक घंटे बाद ही पालने में छोड़ दिया गया। उसका वजन एक किलो दो सौ ग्राम है। बच्ची को शनिवार सुबह वेंटीलेटर से हटा लिया गया। चिकित्सक बच्ची के स्वास्थ्य पर निगरानी रखे हुए है। उधर, बालिका मिलने की सूचना के बाद बाल कल्याण समिति सदस्य फारूख पठान अस्पताल पहुंचे। उन्होंने चिकित्सक से बालिका के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली गई।