जानकारों के अनुसार भाजपा के दस व कांग्रेस के पांच पार्षद शुक्रवार शाम अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर जिला मुख्यालय भीलवाड़ा पहुंचे, लेकिन जिला कलक्टर के सामने पेश होने के बावजूद पर्याप्त दस्तावेज पेश नहीं कर सके। एेसे में जिला कलक्टर ने सोमवार तक पर्याप्त दस्तावेज के साथ अविश्वास प्रस्ताव पत्र पेश करने का समय दिया है।
पार्षद कांग्रेस नगर पालिका बोर्ड के उपाध्यक्ष लतीफ मोहम्मद पठान की अगुवाई में पहुंचे थे। पूर्व में भी नगर पालिका अध्यक्ष मीणा को पद का दुरुपयोग के आरोप पर प्रशासनिक आदेश से पद से हटा दिया गया था। इस आदेश के खिलाफ मीणा बाद में राजस्थान हाईकोर्ट से स्थगन आदेश ले आए थे।
अब अटकलों का बाजार गर्म इसके बाद से कई पार्षद जहाजपुर नगर पालिकाध्यक्ष मीणा के खिलाफ लामबंद होने लगे थे। सियासी सुगबुगाहट के बीच शुक्रवार को आखिर असंतुष्ठ पार्षद अविश्वास प्रस्ताव लेकर जिला कलक्टर के पास पहुंच गए। इसके साथ ही जहाजपुर कस्बे में सियासत तेज हो गई हैं। जानकार लोग अपने—अपने हिसाब से राजनीतिक अटकलें लगाने लगे हैं। अविश्वास प्रस्ताव की जानकारी पर कांग्रेस व भाजपा में भी अंदरखाने सरगर्मियां बढ गई हैं। इसके साथ ही कस्बे में यह भी चर्चा है कि अगर पालिकाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित हो जाता है, तो क्या स्थिति रहेगी। वैसे भी प्रदेश में जल्द ही विधानसभा चुनाव की घोषणा होने वाली हैं। ऐसे चुनावी मौसम में नगर पालिका के अखाडे में राजीनीतिक उठापटक और तेज होने की संभावना है। हालांकि कस्बे के कुछ लोगों का मानना है कि नगर पालिका में इस प्रकार राजनीतिक अस्थिरता से कस्बे के विकास कार्य बाधित होंगे। कस्बे के विकास की राह बंद होगी।