Rajasthan Legislative Environment Committee जीनगर की अध्यक्षता में बैठक में प्रोसेस हाउसेज से बनास व कोठारी नदी में छोड़े जा रहे दूषित पानी, जिन्दल सॉ लिमिटेड पर अवैध ब्लास्टिंग कर पुर के मकानों में नुकसान पहुंचाने व अवैध बजरी दोहन का मामला छाया रहा। जनप्रतिनिधियों ने अधिकारियों को आड़े हाथ लिया व कार्रवाई की मांग रखी। समिति ने तीनों ही मुद्दों पर नाराजगी जताई। इस दौरान पुर के एक बाशिंदे ने शर्ट खोलकर अपने चर्म रोग दिखाए व जीनगर के सामने खड़ा हो गया। इस पर जिला प्रशासन से भी रिपोर्ट ली है। समिति अध्यक्ष जीनगर, विधायक खुशवीरसिंह जोजावर, महेंद्र विश्नोई ने कहा कि आगामी दिनों में इनमें सुधार होना चाहिए। समिति रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी।
०१.समिति: नदियों में काला पानी आ रहा है। खेत खराब हो रहे हैं। अधिकारी चुप क्यों बैठे हैं और अब तक क्या किया ?
प्रदूषण नियंत्रण मंडल का जवाब: क्षेत्रीय अधिकारी महावीर मेहता ने बताया कि 18 इकाइयों को नोटिस जारी किए। भीलवाड़ा में काफी हद तक हालात ठीक है। यहां प्रोसेस हाउसेज से प्रतिदिन साढ़े तीन करोड़ लीटर प्रदूषित पानी निकलता है। इसका 8० से 85 प्रतिशत पानी रीसाइकिल होता है। बरसात में आरओ रिजेक्ट पानी नाले में छोड़ रहे हैं। हम नोटिस दे सकते हैं, कार्रवाई का अधिकार हमारे पास नहीं है।
०२. समिति: पुर में इतने मकान ढह गए, जिम्मेदार कौन है ? प्रशासन ने क्या किया ?
जिला प्रशासन: एडीएम (प्रशासन) राकेश कुमार ने कहा कि सरकार सबूत मांगती है, इसलिए जांच करा रहे है। हर तरह की मशीनरी लगा रहे हंै। बाहर से टीमें आएगी। ९५ लाख व्यय होंगे। सरकार सेे बजट मांगा है। ४१ जर्जर मकान खाली करने के नोटिस दिए। पुर में दरारों का जिम्मेदार कौन है, इसका पता लगाने के लिए तीन बड़ी एजेंसियां पुर आएगी।
०३. समिति: नदियों से बजरी निकाल कुएं बना दिए, पुलिस व प्रशासन ने रोकने के लिए क्या किया ?
खनिज विभाग: खनि अभियंता अंसारी ने कहा, दो हजार से अधिक मामले दर्ज कर करीब दो करोड़ रुपए का जुर्माना वसूला है। टीमें काम कर रही है। हमारे पास मशीनरी कम है। एक केस बनाने में पूरा दिन लग जाता है। फिर भी दूसरे विभागों के सहयोग से इस पर रोक लगा रहे हैं।
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-विधायक विट्ठलशंकर अवस्थी: प्रशासन कह रहा है कि पुर की दरारों का पता लगाने के लिए ९५ लाख रुपए खर्च होंगे। मेरा सवाल है कि अब तक जो आठ एजेंसियां आई उसका खर्चा किसने दिया। एडीएम ने कोई जवाब नहीं दिया। अवस्थी ने पूछा-यहां खनन कंपनी का कानून चल रहा है। कलक्टर शिकायतों की जांच भी जिंदल सॉ से करवाते हैं।
-उप जिला प्रमुख रामचन्द्र सेन: प्रोसेस हाउस पूरे साल काला पानी छोड़ते हैं। भीलवाड़ा डेयरी कोठारी नदी में दूषित पानी छोड़ती है। पशु मर रहे हैं और खेत बर्बाद हो रहे हैं।
-जहाजपुर विधायक गोपीचंद मीणा: जहाजपुर तक दूषित पानी आ रहा है। दस पंचायतों का पानी खराब हो गया है। किसानों को नुकसान हो रहा है।
-जिला प्रमुख शक्तिसिंह हाड़ा: काला पानी छोडऩे से मंगरोप क्षेत्र में खेत बर्बाद हो गए हैं। किसानों को नुकसान हो रहा है।
नगर परिषद सभापति ललिता समदानी: शहर के कचरे से अब खाद बनेगी। सांगानेर के पास नया कम्पोस्ट प्लांट बना है। निजी कंपनी चलाएगी। इससे शहर के सारे कचरे का सही निस्तारण होगा और पर्यावरण शुद्ध बनेगा।
-जहाजपुर प्रधान शिवजीराम मीणा: बजरी का अवैध दौहन हो रहा है। सरकार कुछ नहीं कर रही है।
-कोटड़ी उपप्रधान बृजराजकृष्ण उपाध्याय: कई उद्योग दूषित पानी छोड़ रहे है। यहां से नमूने लेते है, लेकिन जयपुर में बदल जाते हंै। शहर से गाजर घास हटनी चाहिए।
-पूर्व मंत्री कालूलाल गुर्जर: मांडल क्षेत्र व चित्तौड़ रोड के कुओं के पानी की जांच होनी चाहिए। काला पानी की सच्चाई पता लग जाएगी।