स्थानीय एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सौभाग्यसिंह को जयपुर एसीबी से सूचना मिली थी कि भीलवाड़ा के शास्त्रीनगर निवासी पारस जैन को हिरासत में लेकर जयपुर लाया जाए। निरीक्षक शिवप्रकाश टेलर के नेतृत्व में प्रहलाद पारीक, नेमीचंद पहाडि़या व विनोद कुमार समेत टीम के सदस्यों ने पारस के घर दबिश दी। जहां अलसुबह पारस को हिरासत में ले लिया गया। पारस के भाई की भी तलाश थी, लेकिन वह नहीं मिला।
पारस को बाद में टीम के साथ जयपुर भेजा गया। एसीबी के आइजी दिनेश एमएन ने बताया कि खान माहघूसकांड में पूर्व में गिरफ्तार सिंघवी के दलाल संजय सेठी का पारस रिश्तेदार है। सेठी के रिश्वत की राशि से पारस के अपने रिश्तेदारों के नाम से नागौरी में जमीनें खरीदने का मामला सामने आया है। इन जमीनों को बाद में खुर्दबुर्द भी किया। मामले की जांच कर रहे एएसपी आलोक सिंघल ने पारस को षड़यंत्र का दोषी माना। पारस को दो बार नोटिस भेजकर तलब किया गया था। लेकिन वो हाजिर ही नहीं हुआ। इस पर टीम को उसके घर भेजना पड़ा। एसीबी का मानना है कि पूछताछ में रिश्वत की राशि से अन्य स्थानों पर भी जमीन खरीदने के मामले सामने आ सकते हैं।
अभियंता भी भीलवाड़ा से दबोचा गया था खान महाघूसकांड में शामिल रहे तत्कालीन खनि अभियंता पीआर आमेट भी तीन साल पूर्व भीलवाड़ा से ही हत्थे चढ़े थे। तत्काली एसीबी एएसपी गोपालस्वरूप मेवाड़ा ने आमेट को उनके दफ्तर से हिरासत में लिया था। उनके घर की तलाशी में खान से सम्बंधित फाइलें घर मिली थी।