
प्रतीकात्मक तस्वीर
नरेन्द्र वर्मा
Bhilwara News: भीलवाड़ा। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने अपने कार्यकाल के आखिर में 19 नए जिले बना दिए, लेकिन अब इनमें से आधा दर्जन जिलों के लोगों को एसपी से मिलने के लिए भटकना पड़ता है। दूसरे जिलों के एसपी को इन नए जिलों के पुलिस अधीक्षक पद का अतिरिक्त चार्ज दिया गया है। गौर करने वाली बात ये है कि भीलवाड़ा एसपी धर्मेन्द्र यादव के पास नए बनाए गए शाहपुरा जिले के पुलिस अधीक्षक का अतिरिक्त चार्ज भी है, लेकिन ये दोनों ही जिले अलग-अलग रेंज आइजी के अंतर्गत आते हैं।
शाहपुरा जिला उदयपुर रेंज आइजी व भीलवाड़ा जिला अजमेर रेंज आइजी के अंतर्गत आता है। इससे इन दोनों जिले के एसपी को संबंधित रेंज मुख्यालय जाने के लिए लंबी भागदौड़ करनी पड़ती है। इससे थाना पुलिस पर एसपी की निगरानी कमजोर रहती है।
सरकार ने केकड़ी जिले का अतिरिक्त प्रभार अजमेर एसपी को, गंगापुरसिटी का सवाईमाधोपुर एसपी, दूदू का जयपुर ग्रामीण एसपी, नीमकाथाना का सीकर एसपी, सांचौर का जालोर एसपी को प्रभार दे रखा है। इन नए जिलों के लोगों को एसपी से मिलने के लिए दूसरे जिले में जाना पड़ता है।
भीलवाड़ा अति संवेदनशील जिलों में माना जाता है। यहां आए दिन सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ने की घटना होती रहती है। हाल में शहर में चाकूबाजी की घटना के बाद मंगला चौक में पथराव, मारपीट व आगजनी हो गई थी। इससे पहले अगस्त में गाय की कटी पूंछ मंदिर में मिलने से शहर में दो दिन तनाव रहा था। ऐसी घटनाएं बढ़ने से भीलवाड़ा एसपी पर जिला मुख्यालय नहीं छोड़ने का दबाव बढ़ जाता है।
शाहपुरा जिला पहले भीलवाड़ा का ही हिस्सा था। ऐसे में दिक्कत नहीं आती है। दोनों जिले का सुपरविजन संबंधित अधिकारियों के साथ तालमेल होने से बेहतर हो रहा है। दोनों जिलों की अच्छी मॉनिटरिंग की पूरी कोशिश है। दोनों रेंज मुख्यालय पर आवश्यक कार्य से आना जाना होता है।
-धर्मेन्द्र सिंह यादव, एसपी भीलवाड़ा-शाहपुरा
Published on:
31 Oct 2024 12:58 pm
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