वरिष्ठ नागरिकों के लिए अब अलग से चिकित्सा जांच परामर्श केन्द्र आउटडोर में ही एक कक्ष में स्थापित किया गया। इस केन्द्र की प्रभारी डॉ.रीटा सिंह होगी। यहां वरिष्ठ नागरिकों की पर्ची बनने के साथ ही उन्हें चिकित्सा परामर्श दिया जाएगा। इसी प्रकार उन्हें मुख्य मंत्री निशुल्क दवा योजना के तहत दी जाने वाली दवाएं भी अब कागज के लिफाफे में दी जाएगी। वहीं केंसर डे केयर का पूरा जिम्मा अब डॉ. कल्पना श्रीवास्तव की देखेगी।
मरीजों व रोगियों को तत्काल ट्रॉली की सुविधा मिलें, इसके लिए दस ट्रॉली और मंगवाई गई है। वहीं पुरानी ट्रॉलियों की भी मरम्मत करवाई गई है। ट्रॉली को लाने- ले जाने के लिए भी ट्रॉली कर्मचारियों की नियुक्त कर उनका ड्रेस कोड तय किया गया है। इसी प्रकार एमओटी पर गंभीर मरीज को तत्काल इसीजी व ब्लड शुगर के जांच की सुविधा मिलेगी।
चिकित्सालय में लेब में अब सुबह दस बजे तक रक्त के नमूने देने पर उनकी जांच रिपोर्ट १२.३० बजे तक मरीज व उनके परिजन को मिल सकेगी। इससे पहले सभी प्रकार की जांच रिपोर्ट शाम चार बजे दी जा रही थी। डॉ.गौड़ ने बताया कि अब सुबह १० से १२ बजे के बीच आने वाले रक्त के नमूनों की जांच रिपोर्ट भी तीन बजे से पहले मिल सकेगी। ये व्यवस्था तत्काल प्रभाव से लागू कर दी गई है। इसी प्रकार रक्त की विभिन्न प्रकार की जांचों के लिए अलग-अलग लेब स्थापित की गई है।
मातृ एवं शिशु चिकित्सालय में तीस वर्ष से अधिक की आयु के मरीजों के पंजीयन पर सोनाग्राफी,ईसीजी, ब्लड शुगर आदि की जांच तुरन्त मिलेगी। यहां चिकित्सालय में अभी विभिन्न नर्सिग प्रभारियों की नियुक्ति भी की गई है। इसी प्रकार जीरेटिक वार्ड के पीछे के हिस्से को प्रदूषण मुक्त किए जाने के साथ ही ऑडिटोरियम के सामने वाले हिस्से में तारों की फेंसिग की जा रही है।