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सवा तीन लाख की दवा नहीं मिल पाई मरीजों को

locationभीलवाड़ाPublished: Dec 05, 2020 10:47:58 am

Submitted by:

Suresh Jain

दवा ड्रग वेयर हाउस में ही अवधिपार हो गई

Patients were unable to get medicine for three and a quarter lakhs in bhilwara

Patients were unable to get medicine for three and a quarter lakhs in bhilwara

सुरेश जैन
भीलवाड़ा।
सरकारी तंत्र की अनदेखी के कारण सरकारी अस्पतालों में मुख्यमंत्री नि:शुल्क दवा योजना के तहत मरीजों को मिलने वाली लगभग ३ लाख २४ हजार रुपए की दवाइयां ड्रग वेयर हाउस में पड़ी-पड़ी एक्सपायर हो गई। जबकि अस्पतालों में मरीजों को जरूरत पडने पर दवाइयां उपलब्ध नहीं होने की शिकायतें कई बार सामने आती रहती है।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं निदेशालय ने हाल ही सभी जिलों के ड्रग वेयर हाउस की दवाओं की ऑडिट करवाई। इसके आंकड़े देख अफसर चौंक गए। प्रदेश के 33 में से 32 जिलों में नि:शुल्क दवाओं के मामलों में लापरवाही सामने आई। अब इन सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को नोटिस थमाए गए हैं।
सूत्रों के अनुसार निदेशालय ने सभी जिलों को जुलाई से नवंबर तक 6-7 बार पत्र लिखकर नि:शुल्क दवा योजना की समुचित मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए थे। इसके बावजूद कई जिलों में दवाओं का समय पर उपयोग नहीं हुआ। कोरोनाकाल से पहले प्रतिदिन नि:शुल्क दवाओं की लगभग हजारों पर्चियों का इंद्राज हो रहा था, लेकिन मार्च-अप्रेल में इनका आंकड़ा सिमट गया। इस दौरान रहे लॉकडाउन के चलते लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकले। मरीज भी अस्पताल में वही गए जिनका दिखाना आवश्यक था।
रिकॉर्ड में दर्ज नहीं
जानकारों का कहना है कि कई अस्पतालों में दवा पर्चियों की जीरॉक्स का इंद्राज ई-औषधि सॉफ्टवेयर में नहीं किया गया। इस कारण भी कई दवाइयां निदेशालय के रिकॉर्ड में एक्सपायर बोल रही है। कई जगह दवाइयों का पूरा प्रयोग नहीं होने से भी दवाएं अवधिपार होने की बात सामने आ रही है। भीलवाड़ा में जहां ३ लाख २४ हजार की दवाए अवधिपार हो चुकी है वही प्रतापगढ़ में १ लाख 56 हजार 831 रुपए तथा चितौडगढ़़ में १ लाख २४ हजार ३१८ रुपए की दवा अवधिपार मानी गई है।
मरीजों तक पहुंची है दवाएं
महात्मा गांधी अस्पताल समेत सभी अस्पताल प्रबंधन को हर पर्ची का ई-औषधि सॉफ्टवेयर में इंंद्राज करता है। लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण यह काम पूरा नहीं हो पाया। दवाइयां मरीजों तक पहुंची है। ये कहना गलत होगा कि दवाइयां पड़ी रह गई। औषधि भंडार में एक भी रुपए की दवा अवधिपार नहीं हुई।
डॉ. मुस्ताक खान सीएमएचओ भीलवाड़ा
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