रीयल टाईम पीसीआर मशीन से कोरोना की टेस्टिंग का मामला फिलहांल पूना स्थित आईसीएमआर से स्वीकृति मिलने तक अटक गया है। वहा से स्वीकृति मिलने के बाद भी कई कानूनी पेचीदगिया है जिसे मेडिकल कॉलेज को पूरा करने के बाद ही वह मशीन शुरू हो सकेगी। ऐसे में अभी इसमें कुछ दिनों के समय लग सकता है।
जयपुर की विशाल मेडिकल इक्यूपमेंट सिस्टम की ओर से मनेडिकल कॉलेज में सीएसआर मशीन को सोमवार को इंस्टालेशन का काम पूरा कर दिया गया है। कम्पनी के प्रबन्ध निदेशक विक्रम शेखावत ने बताया कि यह मशीन एयू स्माल फाईनेंस बैंक लि के सीएसआर के तहत इंस्टालेशन की गई है। अब तो पूना से स्वीकृति आने पर ही इस मशीन को कानूनी तौर पर शुरू किया जा सकेगा।
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. राजन नंदा ने बताया कि पूना स्थित आईसीएमआर से लिखित में स्वीकृति मिलने के बाद भी वहा की रिपोर्ट के आधार पर मशीन की रिपोर्ट का मिलान होगा। इसमें .००१ प्रतिशत भी अन्तर नहीं रहता है इसे शुरू करने की स्वीकृति मिल जाएगी। पूना से स्वीकृति जल्द मिले इसके लिए उच्च अधिकारियों को भी सूचना कर दी गई है। उल्लेखनीय है कि रीयल टाईम पीसीआर टेस्टिंग लेब मशीन रविवार रात को भीलवाड़ा आ गई थी। जिसे इंस्टालेशन कर दी गई है। इस जांच मशीन से एक घंटे में 32 स्वॉब टेस्ट हो सकेंगे। पीसीआर मशीन से गले, श्वास नली के तरल से सभी इंफ्लुएंजा, एच1एन1 टेस्ट भी हो सकेंगे। ज्ञातव्य है कि भीलवाड़ा से जांच के लिए सेम्पल जयपुर भिजवाए जा रहे है। जहां से रिपोर्ट में दो दिन का लग रहा है।
जयपुर की विशाल मेडिकल इक्यूपमेंट सिस्टम की ओर से मनेडिकल कॉलेज में सीएसआर मशीन को सोमवार को इंस्टालेशन का काम पूरा कर दिया गया है। कम्पनी के प्रबन्ध निदेशक विक्रम शेखावत ने बताया कि यह मशीन एयू स्माल फाईनेंस बैंक लि के सीएसआर के तहत इंस्टालेशन की गई है। अब तो पूना से स्वीकृति आने पर ही इस मशीन को कानूनी तौर पर शुरू किया जा सकेगा।
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. राजन नंदा ने बताया कि पूना स्थित आईसीएमआर से लिखित में स्वीकृति मिलने के बाद भी वहा की रिपोर्ट के आधार पर मशीन की रिपोर्ट का मिलान होगा। इसमें .००१ प्रतिशत भी अन्तर नहीं रहता है इसे शुरू करने की स्वीकृति मिल जाएगी। पूना से स्वीकृति जल्द मिले इसके लिए उच्च अधिकारियों को भी सूचना कर दी गई है। उल्लेखनीय है कि रीयल टाईम पीसीआर टेस्टिंग लेब मशीन रविवार रात को भीलवाड़ा आ गई थी। जिसे इंस्टालेशन कर दी गई है। इस जांच मशीन से एक घंटे में 32 स्वॉब टेस्ट हो सकेंगे। पीसीआर मशीन से गले, श्वास नली के तरल से सभी इंफ्लुएंजा, एच1एन1 टेस्ट भी हो सकेंगे। ज्ञातव्य है कि भीलवाड़ा से जांच के लिए सेम्पल जयपुर भिजवाए जा रहे है। जहां से रिपोर्ट में दो दिन का लग रहा है।