श्रमिक विरोधी नीतियों के विरोध में प्रदर्शन
भीलवाड़ाPublished: Jul 04, 2020 08:46:02 am
केंद्र सरकार की जन एवं श्रमिक विरोधी नीतियों के विरोध
Protest against anti-labor policies in bhilwara
भीलवाड़ा . केंद्र सरकार की जन एवं श्रमिक विरोधी नीतियों के विरोध में शुक्रवार को विभिन्न श्रमिक एवं कर्मचारी संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया। बैंक कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर बैंकों में कार्य किया। वहीं इंटक, सीटू, एटक के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। बाद में जिला कलक्टर के नाम 14 सूत्रीय ज्ञापन दिया। श्रम कानूनों के साथ छेड़छाड़ करने, काम के घंटों में बढ़ोतरी करने, सार्वजनिक उद्यमों पर हमला करने, बैंकों का निजीकरण करने तथा तालाबंदी के दौरान प्रदेश में आए श्रमिकों की मदद किए जाने की मांग को लेकर देश का श्रमिक व मजदूर केंद्रीय श्रमिक संगठनों ने काली पट्टी बांधकर विरोध दिवस मनाने का आह्वान किया है।
जिला इंटक अध्यक्ष रामेश्वर सोनी, संरक्षक कैलाश व्यास व कार्यकारी अध्यक्ष दीपक व्यास, कानूनी सलाहकार सुरेश श्रीमाली, कन्हैया लाल शर्मा, सत्यनारायण सेन, नन्दलाल गाडरी, महामंत्री कान सिंह चुंडावत, पीरु मोहमद, मुन्ना लाल मीणा, एटक के ओमप्रकाश शर्मा, सीटू के ओमप्रकाश देवानी सहित सभी मजदूर नेता विरोध प्रदर्शन करते हुए कलक्ट्रेट पहुंचे। उन्होंने संगठन के बैनर ले रखे थे। काली पट्टी भी बांध रखी थी। वहां प्रदर्शन करने के बाद प्रतिनिधिमंडल ने जिला कलक्टर को 14 सूत्री मांग पत्र व केंद्र की श्रम विरोधी नीतियों के खिलाफ ज्ञापन दिया।
बैंक कर्मचारियों ने काली पट्टी बांध किया विरोध
बैंकों के निजीकरण के विरोध में भीलवाड़ा के बैंक कर्मियों ने भी काली पट्टी बांधकर विरोध जताया। इस दौरान उन्होने केन्द्र सरकार से श्रम कानून में छेडछाड, काम के समय में बढोत्तरी नहीं करने की भी मांग की है। कर्मचारियों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांग नहीं मानी जाती है तो उग्र आन्दोलन करते हुए हडताल की जाएगी। आरपीबीईयू के सचिव अशोक बिड़ला ने बताया कि केन्द्र सरकार कि श्रम विरोधी नीतियों के खिलाफ काली पट्टी बांधकर विरोध जताया है। इसमें बैंकों के निजीकरण और विलयकरण के कारण कर्मचारियों को काफी समस्यां हो रही है।