किसान अपनी खराब हुई फसलों की गिरदावरी करवाने के लिए तहसील बनेड़ा के चक्कर लगा रहे है, लेकिन राजस्व विभाग के पटवारी उनके खेतों तक नहीं पहुंच रहे है। गांव खेड़ा निवासी देबी लाल गुर्जर ने बताया कि भटखेड़ी में उसके पास उसकी तीन एकड़ कपास की फसल खड़ी थी। जिससे वह कुछ दिन में कपास के डीडू आने वाले थे, लेकिन बरसात से उसकी तीन एकड़ फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई है। उसकी तीनों एकड़ भूमि सड़क से नीचे है। जिससे बरसाती पानी की निकासी नहीं हो पाई और उसकी फसल 100 प्रतिशत नष्ट हो गई है। खराब हुई फसल की गिरदावरी करवाने के लिए वह कई दिन से तहसील बनेड़ा के चक्कर लगा रहा है, लेकिन विभाग के पटवारी उसकी खराब हुई फसल की गिरदावरी नहीं कर रहे है। तीन एकड़ धान की फसल बर्बाद होने से उसे एक लाख 20 हजार रुपये का नुकसान हुआ है।
फसल कई-कई फीट पानी में डूबकर नष्ट हो गई है। तीन दिनों से बनेड़ा क्षेत्र के गांव की सैकड़ों एकड़ फसल पानी में डूब कर नष्ट हो गई है। किसानों ने बताया कि उन्होंने मामले की शिकायत प्रशासन के अधिकारियों से की थी, लेकिन शिकायत के बावजूद कोई भी अधिकारी व कर्मचारी उनकी सुध लेने गांव में नहीं आया। Rain water falls on bumper crop, many farmers suffer in Bhilwara
तहसीलदार शंकर सिंह ने बताया कि अभी बनेड़ा तहसील क्षेत्र में गांवों के अंदर जो मकान बारिश से ढह गए थे उनमें जो नुकसान हुआ हैं अभी उनके फॉर्म भरे जा रहे हैं एक सितम्बर से खेतों में हुए नुकसान की गिरदावरी करवाई जाएगी। Rain water falls on bumper crop, many farmers suffer in Bhilwara