भीलवाड़ा राजसमन्द राष्ट्रीय राजमार्ग पर से एक किलोमीटर दूर कारोही खुर्द गांव के चौराहे से लेकर अंदर गांव तक पूरे एक किलोमीटर के बीच व गांव में जगह जगह ‘विकास नहीं तो वोट नहींÓ स्लोगन लिखी तख्तियां व पोस्टर लगे हुए है। जिन्हें देखकर हर कोई स्तब्ध है। गांव के युवा महेंद्र सिंह चूंडावत, छोटू सिंह, पुष्पेंद्र सिंह, शेर सिंह, लाल सिंह, केशु भील, मदन भील, नारायण दरोगा, दुर्गालाल दरोगा, बालू दरोगा, भैरू बागरिया, जानी देवी, सोहनी देवी, इंद्री बाई, भंवरी देवी सहित कई ग्रामीणों ने सोमवार को गांव बाहर स्थित हनुमान मंदिर पर लामबंद होकर ‘विकास नहीं तो वोट नहीं जैसे नारेÓ लगाकर मतदान नहीं करने की शपथ ली।
मूलभूत सुविधाओं को भी तरसे ग्रामीण
उपतहसील कारोही का राजस्व गांव कारोही खुर्द सौ सालों से भी पुराना बसा हुआ गांव है।
लेकिन ग्रामीण आज भी मूलभूत सुविधाओं को तरस रहे हैं।गांव में सड़क नहीं पेयजल की कोई व्यवस्था नहीं है।
भीलवाड़ा राजसमन्द राष्ट्रीय राजमार्ग पर मुख्यालय से 22 किलोमीटर दूर बसे कारोई खुर्द में आती है।
पैदल एक किलोमीटर तक पैदल जाना पड़ता है।
प्रमुख समस्याएं -पेयजल की पुख्ता व्यवस्था नहीं
-सड़क का अभाव
-श्मशान घाट पर हैंडपम्प नहीं
-गांव में महिलाओ के लिए स्नानागार का अभाव
-बसों का अभाव
बोले ग्रामीण
हमारे माता-पिता यहां पैदा होकर मर गए लेकिन आज तक गांव की सड़क के साथ कोई भी विकास कार्य नही हुआ।
-सड़क का अभाव
-श्मशान घाट पर हैंडपम्प नहीं
-गांव में महिलाओ के लिए स्नानागार का अभाव
-बसों का अभाव
बोले ग्रामीण
हमारे माता-पिता यहां पैदा होकर मर गए लेकिन आज तक गांव की सड़क के साथ कोई भी विकास कार्य नही हुआ।
सोहनी देवी
मूलभत सुविधाओं से गांव आज भी मोहताज है। गांव में सड़क नहीं है। सीताराम भील चयनित परिवारों को आज भी बिजली मुहैया नहीं हो पायी। लोग पानी बिजली के लिए तरस रहे हैं। लोग काफी परेशानी है। कोई सुनता नहीं है।
मूलभत सुविधाओं से गांव आज भी मोहताज है। गांव में सड़क नहीं है। सीताराम भील चयनित परिवारों को आज भी बिजली मुहैया नहीं हो पायी। लोग पानी बिजली के लिए तरस रहे हैं। लोग काफी परेशानी है। कोई सुनता नहीं है।
इन्द्रा देवी