Bhilwara Monsoon Update : भीलवाड़ा-शाहपुरा जिले को इस बार मानसून का ओवरडोज मिला है। मानसून को विदाई के लिए करीब बीस दिन शेष है, लेकिन बरखा बहार है। शुरुआत में धीमी चाल चले मानसून ने सितंबर में रफ्तार पकड़ ली है। दस दिन में शहर समेत जिले को तरबतर कर दिया है।
आलम यह रहा है कि बांधों और तालाबों में इस बार कोटे का अब तक 68 प्रतिशत पानी आ गया। जल संसाधन विभाग के 60 जलाशयों में से 32 ओवरफ्लो चल रहे हैं। इससे ग्रामीण क्षेत्रों के लिए सालभर के लिए पेयजल और सिंचाई के पुख्ता प्रबंध हो गए हैं। अन्नदाता भी खुश हैं। पर्याप्त बारिश से रबी की बम्पर पैदावर होने की उम्मीद है।
जिले के ये बांध इस साल छलके
भीलवाड़ा जिले में खारी, कोठारी बांध, नाहर सागर, उम्मेदसागर, गोवटा, मातृकुंडिया, जेतपुरा, झाडोल, पचानपुरा, मंडोल, गुवारड़ी, पाटन, नागदी, डामटी कोकरा, शक्करगढ़, नवलपुरा, लड़की, शिवसागर पारोली, अनवासा, जालिया, रणजीत सागर गुरला, शिवसागर, कुंडिया खाळ, जूट का नाका, नेगोन, बरदापुरा, सांकरिया उंडी, डोरिया नाला समेत साठ बांध-तालाब भर गए हैं।
मेजा बांध आज शाम तक होगा लबालब
मांडल क्षेत्र के मातृकुंडिया बांध से मेजा फीडर में छोड़े पानी ने सोमवार दोपहर जिले में प्रवेश कर लिया। पानी तेजी से मेजा बांध की ओर बढ़ रहा है। माना जा रहा है कि मंगलवार शाम तक फीडर का पानी मेजा बांध तक पहुंच जाएगा। इससे बांध भरने की उम्मीद तेज हो जाएगी।
रास्ते में पहले से एनीकट और तालाब लबालब का मिल रहा फायदा
मातृकुंडिया बांध के लबालब होने पर रविवार दोपहर फीडर में पानी छोड़ा गया था। फीडर का 1.10 मीटर तक गेट खोला गया है। ये चित्तौड़गढ जिले से 25.50 किमी दूरी तय कर भीलवाड़ा जिले में प्रवेश कर चुका है। अब 32.70 किमी दूरी तय कर मेजा पहुंचेगा। फीडर में छोड़ा पानी एक घंटे में एक किमी दूरी तय कर रहा है। रास्ते के तालाब और एनीकट पहले से अच्छी बारिश के कारण लबालब होने से इसका फायदा मिल रहा है। इससे पानी के बीच में रूकावट नहीं आ रही है। मेजा बांध का शाम तक गेज 23 फीट पार हो गया था। उधर, बारिश नहीं होने के कारण लड़की बांध की चल रही चादर में गिरावट आई है।
जिले के ये बांध जीरो लेवल से आगे नहीं बढ़े
भीलवाड़ा जिले के चन्द्रभागा, कान्याखेड़ी, डोरिया, पुर तालाब, सांगानेर तालाब व किशनावतों की खेड़ी समेत कुछ बांध और तालाब खाली है। इसकी लेवल जीरो से आगे बढ़ ही नहीं पाई है।
जिले में 29 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज
जिले में इस बार औसत की 29 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। जिले में औसत आंकड़ा 601 मिमी है। इसके मुकाबले अब तक 777 मिमी बरसात हो चुकी है।