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आकाश माथुर
भीलवाड़ा।सोशल मीडिया के दौर में थाना-पुलिस और अन्य झंझटों से बचने के लिए देह व्यापार का खेल भी बदल रहा है। रैकेट चलाने वाले शातिर अब शहर के कुछ पैसे वाले युवा और अधेड़ लोगों का डाटा जुटाते हैं। फिर इन लोगों को फेसबुक या अन्य सोशल मीडिया टूल्स के जरिये सौदेबाजी करते हैं ताकि पुलिस को भनक न लगे। राजस्थान के टूरिस्ट शहरों जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, बाड़मेर, अलवर, भरतपुर आदि में सोशल मीडिया के जरिए देह व्यापार का खेल चल रहा है। राजस्थान पत्रिका की पड़ताल में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए।
पूरे रैकेट को उजागर करने के लिए पत्रिका रिपोर्टर ने ग्राहक बनकर दलाल से बातचीत की। दलाल बोला कि नया स्टॉफ आया है। निर्धारित स्थान पर जब मिलने पहुंचा तो फोन स्वीच ऑफ करवा दिया। दलाल बोला कि राजस्थान के किस मसाज पार्लर में जाना है और फिर मोबाइल पर कुछ युवतियों की फोटो दिखाईं। दलाल के साथ निकलने पर कुछ दूर एक गाड़ी खड़ी थी। गाड़ी में बैठाकर वे एक मसाज पार्लर में ले गए। वहां कई देश-विदेश की लड़कियां दिखाईं और बोलो कोई पसंद कर लो रेट बाद में तय कर लेंगे। कहीं बाहर ले जानी है तो वो भी सुविधा है।
राजस्थान में नेपाल, थाईलैंड, श्रीलंका, बांग्लादेश समेत देश के प्रमुख स्थानों- मुम्बई, दिल्ली, कोलकाता, दक्षिण भारत, नार्थ ईस्ट आदि स्थानों से युवतियां आ रही हैं। इनको 15 दिन तक किसी खास जगह रखा जाता है फिर डिमांड पर भेजा जाता है। बाद में लड़कियों को दलाल दूसरे शहर भेज देते हैं और दूसरे शहर से देशी-विदेशी लड़कियां यहां पहुंचती हैं।
देह के धंधे में बड़ी संख्या में दलाल काम कर रहे हैं। दलालों के पास 18 से 45 साल तक के युवाओं के हजारों मोबाइल नम्बर हैं। जिन पर हर दिन मैसेज भेजकर ग्राहक तलाशे जाते हैं। दलाल तमाम नाबालिग बच्चों को भी मैसेज भेज रहे हैं। रिप्लाई आते ही लड़कियों के फोटो संबंधित मोबाइल पर भेजे जाते हैं। पसंद आने पर सौदेबाजी होती और बताई जगह पर सर्विस के लिए लड़कियां भेजी जाती हैं।
राजस्थान में मसाज पार्लर तेजी से देह व्यापार के अड्डे बनते जा रहे हैं। इन पार्लरों पर बाहर से ताला डाल दिया जाता है और भीतर देह व्यापार चलता है। दलालों ने बताया कि पुलिस के पास हर महीने निर्धारित रकम पहुंचाई जाती है ताकि कोई कार्रवाई न हो। अक्सर सरकारी विभागों के अघिकारियों और कर्मचारियों के पास भी युवतियों को भेजा जाता है।
रिपोर्टर: कोई न्यू स्टॉफ आया है?
दलाल: हां, दो दिन पहले ही न्यू स्टॉफ आया।
रिपोर्टर : इनके फोटो भेज सकते है?
दलाल : दो मिनट में वाट्सएप पर फोटो भेज रहा हूं।
रिपोर्टर : क्या फीस रहेगी?
दलाल : सबकी अलग कीमत है, आप बताओ कैसी चाहिए?
रिपोर्टर : (पसंद करने के बाद) इसकी कीमत क्या रहेगी?
दलाल : पाच हजार लगेंगे, बाकी कम-ज्यादा कर लेंगे।
रिपोर्टर : पुलिस का तो डर नहीं
दलाल : वो सब हम पर छोड़ दो, हर महीने पुलिस को हजारों रुपए जाते हैं।
Updated on:
03 Dec 2024 03:44 pm
Published on:
03 Dec 2024 08:45 am
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