भीलवाड़ा

राजस्थान में बच्चों ने भरी हुंकार, पॉलिथीन मुक्त करेंगे पूरा गांव

10 से 16 साल के बीच के बच्चों ने पॉलिथीन उपयोग में नहीं लेने वचन लिया है। अब ये बच्चे पॉलिथीन को रीसायकल करने के तरीकों की तलाश में हैं…

भीलवाड़ाJun 05, 2018 / 01:45 pm

dinesh

जयपुर। विश्व पर्यावरण दिवस पर राजस्थान में ग्रामीण बच्चों ने अपने गांव को पॉलिथीन मुक्त रखने का संकल्प किया है। प्रदेश के ्रद्दड्डह्म् ङ्कद्बद्यद्यड्डद्दद्ग के एक लर्निंग सेंटर ‘मस्ती की पाठशाला‘ के बच्चों ने कभी भी पॉलिथीन का उपयोग नहीं करने का वचन लिया है। साथ ही ये बच्चे दूसरों को पॉलिथीन का उपयोग नहीं करने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। 10 से 16 साल के बीच के बच्चों ने पॉलिथीन उपयोग में नहीं लेने वचन लिया है। अब ये बच्चे पॉलिथीन को रीसायकल करने के तरीकों की तलाश में हैं।
 

मस्ती की पाठशाला के संस्थापक गौतम खंडेलवाल का कहना है कि, ‘हम घर-घर जा रहे हैं और लोगों को जागरूक कर रहे है कि लोग पॉलिथिन का उपयोग नही करें‘। उन्होंने कहा,
कि ‘हमारे बच्चे हर दिन 2,500 पेपर बैग बना रहे हैं और उन्हें गांव की दुकानों में मुफ्त में बांट रहे हैं।‘
 

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बच्चे ने गांव को प्लास्टिक प्रदूषण से बचाने के लिए एक हस्ताक्षर अभियान भी चला चलाया है। 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस पर इस पत्र को गांव के सरपंच को पेश करेंगे। उनके
अनुसार, अगर सरपंच भी इस अभियान पर कार्य नहीं करता है, तो हम उच्च अधिकारियों से संपर्क करेंगे। खांडेलवाल ने इस कार्य के लिए दृढ़ संकल्प किया।
 

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अभियान के तहत बच्चे कपड़े के बने बैग लाकर लोगों को प्रेरित कर रहे हैं। वे पेड़ों की पत्तियों से हाथ से बनाई गई प्लेटों द्वारा प्लास्टिक प्लेटों को प्रतिस्थापित करने के लिए भी लोगों को जागरूक रहे हैं। इसके अलावा, गांव के चारों ओर पानी के गड्ढें भी बनाए जा रहे है ताकि गर्मियों के दौरान पक्षियों और जानवरों को पीने के लिए पर्याप्त पानी मिल सके।
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