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रक्षाबंधन पर्व भद्राकाल से रहेगा युक्त

locationभीलवाड़ाPublished: Aug 10, 2022 09:04:32 am

Submitted by:

Suresh Jain

भीलवाड़ा में रक्षाबंधन पर्व 11 अगस्त को मनाया जाएगा, लेकिन इस दिन पूर्णिमा शुरू होने के साथ ही भद्रा भी रहेगी। भद्रा सुबह 9:37 से रात्रि 8:47 तक रहेगी, जबकि पूर्णिमा तिथि अगले दिन यानि 12 अगस्त को सुबह 7 बजे के बाद तक रहेगी। भद्रा में राखी बांधना शुभ नहीं माना गया है।

रक्षाबंधन पर्व भद्राकाल से रहेगा युक्त

रक्षाबंधन पर्व भद्राकाल से रहेगा युक्त

भीलवाड़ा में रक्षाबंधन पर्व 11 अगस्त को मनाया जाएगा, लेकिन इस दिन पूर्णिमा शुरू होने के साथ ही भद्रा भी रहेगी। भद्रा सुबह 9:37 से रात्रि 8:47 तक रहेगी, जबकि पूर्णिमा तिथि अगले दिन यानि 12 अगस्त को सुबह 7 बजे के बाद तक रहेगी। भद्रा में राखी बांधना शुभ नहीं माना गया है। ऐसे में रक्षाबंधन का पर्व 11 को ही मनाए। 11 अगस्त को प्रदोष काल व भद्रा के पूछ काल, आखिरी चरण में पर्व मनाया जा सकता है। पंडित अशोक व्यास के अनुसार 11 अगस्त को पूरे दिन भद्रा रहेगी। ऐसे में प्रदोष काल, गोधुली बेला में राखी बांध सकते हैं। इस समय भद्रा का आखिरी चरण रहता है। ऐसे में 11 अगस्त को रक्षाबंधन पर्व पर बहनें अपने भाई की कलाई पर रक्षासूत्र बांध सकती है।बाजार में राखियों की खरीदारी का दौर शुरू हो गया है।


पंडित व्यास ने बताया कि श्रावण पूर्णिमा गुरुवार को सुबह 10.39 से है। किन्तु भद्रा भी गुरुवार को सुबह 10.39 से ही प्रारंभ होगी और रात 8.51 तक रहेगी। जिसमें इस भद्रावधि में शास्त्रानुसार राखी बांधना अशुभ माना गया है। जबकि श्रवण नक्षत्र 11 अगस्त की सुबह 6.53 बजे से प्रारम्भ हो जाएगा, जो अगली सुबह 4.07 तक है। रक्षाबंधन पर्व 11 अगस्त को प्रदोष काल में भद्रा के पश्चात अर्थात रात्रि 8.52 बजे से रात्रि 9.52 तक मनाया जाना चाहिए। गुरुवार को शुभ योग 5.30 से 6.30 बजे तक भी बहनें रक्षाबंधन बिना किसी संशय के मना सकती हैं। श्रेष्ठ मुहूर्त रात को 8.52 से 9.52 बजे तक रहेगा।

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