
इकलौते बेटे मनोज जाट की अर्थी उठी तो रात को दो बेटियों की डोली उठी। मनोज की रविवार रात सड़क हादसे में मौत हो गई थी लेकिन परिजनों को नहीं बताया गया।
भीलवाड़ा।
तिलकनगर निवासी बद्री जाट के साथ हुआ वाकया न केवल परिजन बल्कि पूरे शहर को रुला गया। सोमवार सुबह उनके इकलौते बेटे मनोज जाट की अर्थी उठी तो रात को दो बेटियों की डोली उठी। मनोज की रविवार रात सड़क हादसे में मौत हो गई थी लेकिन परिजनों को नहीं बताया गया। मनोज की दो बहनों की सोमवार रात शादी थी। परिजनों को रविवार पूरी रात यह कहकर सांत्वना दी जाती रही कि मनोज घायल है और इलाज चल रहा है पर सोमवार तड़के जब मौत की खबर मिली तो पिता बद्री जाट, मां और बहनें बेसुध हो गए।
सदर पुलिस ने पोस्टमार्टम करा शव परिजनों को सौंपा। मनोज का शव घर पहुंचा तो कोहराम मच गया। परिवार को ढांढस बंधाने वालों की भी रूलाई नहीं थम रही थी। जैसे-तैसे परिवार को संभालते हुए सामाजिक रस्म पूरा कर शव दादाबाड़ी स्थित पंचमुखी मोक्षधाम रवाना किया गया। बाप के घर से बेटियों की शादी से पहले बेटे की अर्थी उठते देख न केवल अर्थी को कंधा देने वाले बल्कि अंत्येष्टि में शामिल हर शख्स की आंख नम कर गया। मनोज के कई परिजनों की तबीयत बिगड़ गई।
बेटे की असामायिक मौत का दर्द था तो दूसरी ओर घर में मांगलिक कार्यक्रम। बेटियों के हाथ पीले कर उनको ससुराल भेजना था। अंतिम संस्कार के बाद घर लौटे लोग स्नान कर उठावने की तैयारी में जुट गए। बड़ी संख्या में लोग उठावने में एकत्र हुए और शाम चार बजते-बजते नौ घंटे में बारहवें की रस्म पूरा कर ली गई। उसके बाद बेटियों की डोली उठने के कारण उनकी शादी की तैयारियों की औपचारिकता शुरू हो गई।
गौरतलब है कि शहर के तिलकनगर में रहने वाले एक परिवार मेें हुई हृदय विदारक घटना ने पलभर में उनकी खुशियां छीन ली। बहनों को हंसी-खुशी विदा करने का अरमान मन में लेकर दस्तूर करने गया भाई डोली उठने से पहले ही दुनिया से विदा हो गया। इकलौता भाई सामाजिक रस्म की अदाएगी के लिए कोटड़ी क्षेत्र के मंशा गांव गया था। वहां से वापस लौटते वक्त रविवार शाम को कार कोदूकोटा मोड पर पलट गई। हादसे में कार में सवार युवक की मौत हो गई जबकि तीन जने घायल हो गए थेे।
Published on:
11 Dec 2017 08:17 pm
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