जानकारी के अनुसार सरकार ने रोडवेज बसों को जिला कलक्टरों की अध्यक्षता में गठित जिला स्तरीय कमेटी के अधीन कर दिया है। कमेटी जिस रूट पर जितनी बसें चलाना चाहेगी, उतनी बसें सेंटरों पर भेजी जाएगी। भीलवाड़ा आगार ने भी १०५ बसों की संख्या भेजी है। पटवारी परीक्षा दो दिन होगी। एेसे में शुक्रवार से ही अभ्यर्थियों का आना-जाना शुरू हो जाएगा। अगले तीन दिन बसों का संचालन अभ्यर्थियों को लाने ले जाने में होगा। कहां कितनी बसों की जरूरत होगी। उस हिसाब से तैयारी की जा रही है। रोडवेज प्रबंधन भी अतिरिक्त बसों की व्यवस्था में लगा है।
हाल में हुई उपनिरीक्षक भर्ती परीक्षा में रोडवेज अभ्यार्थियों के बस स्टैण्ड पहुंचते ही चौकड़ी भूल गया था। मास्क की अनिवार्यता से लेकर सोशल डिस्टेंसिंग को भुला दिया। इससे अभ्यर्थियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। लेकिन रीट परीक्षा में सबक लेते हुए व्यापक व्यवस्था के कारण हड़बड़ी की स्थिति नहीं रही। अस्थाई बस स्टैण्ड बनाकर वहां से निजी बसों को रवाना किया गया था। आगार के मुख्य प्रबंधक अनिल पारीक ने बताया कि परीक्षा में बेहतर व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रबंधन ने कमर कस ली है। चालक-परिचालक और कर्मचारियों की छुट्टी रद्द कर दी गई है।