पुलिस के अनुसार महिला ने आरोप लगाया कि उसके पति को हत्या के मामले में फंसाया गया। वह न्यायिक अभिरक्षा में थे। पति की जमानत कराने के लिए कोर्ट में अधिवक्ता एवं भाजपा ग्रामीण मण्डल अध्यक्ष नाला की सेवनी निवासी रामप्रसाद जाट से मिली। उसके एक पखवाड़े में जमानत कराने का भरोसा दिया। फीस में डेढ़ लाख रुपए मांगे। इस्तगासे में महिला ने आरोप लगाया कि अधिवक्ता ने फीस उनके घर पर बने कार्यालय पर लाने की बात कही। कार्यालय पहुंचने पर रामप्रसाद ने जूस पिलाया। उसके बाद पीड़िता को चक्कर आने लगे। वह बेहोश हो गई। उसके बाद उसके साथ दुष्कर्म किया। होश आने पर पता चला। उसने धमकाते हुए चुपचाप रहने को कहा। घटना के तेरह दिन बाद वापस एक बार फिर दुष्कर्म किया। बदनामी के डर से पीड़िता चुप रही।
मानवता शर्मसार: 12 घंटे पड़ा रहा शव, कंधा देने नहीं आए लोग, अकेले प्रेमी ने किया अंतिम संस्कार पति रिहा तो बताई आपबीतीइस बीच पति को जमानत होने के बाद घर से लौटने पर महिला ने आपबीती बताई। पति ने वापस राशि की मांग की तो वकील ने धमकाया और जाति से अपमानित किया। महिला ने आरोप लगाया कि वह रिपोर्ट लेकर शाहपुरा थाने और पुलिस अधीक्षक कार्यालय गई। वहां कार्रवाई नहीं हुई। इस पर अदालत में इस्तगासा दायर किया गया।
राजस्थान के इस 70 साल के किसान ने किया कमाल, अमेरिकी रिकॉर्ड तोड़ने की जिद राजनीतिक साजिशमहिला द्वारा लगाए आरोप निराधार है। मैं उसे जानता तक नहीं। झूठा मुकदमा दर्ज करवा कर ब्लैकमेल करने की साजिश है। राजनीतिक षड्यंत्र रचकर बदनाम किया जा रहा है।
रामप्रसाद जाट, भाजपा ग्रामीण मण्डल अध्यक्ष शाहपुरा