घर कच्चा लेकिन शौचालय पक्का
जेतपुरा में सफाई के प्रति जज्बा गजब है। इसी गांव के काना गाडरी का शौचालय पक्का है, लेकिन घर कच्चा है। कान्हा गाडरी ने घर में शौचालय निर्माण के लिए बकरी और अन्य समान बेच दिया। गांव में ऐसे कई परिवार है जिनके पास रहने को पक्का मकान तक नहीं है। लेकिन पक्का शौचालय है।
&हमारे गांव की बहु-बेटी खुले में शौच के लिए जाए यह कतई अच्छा संदेश नहीं था। इसके लिए शौचलय के बाहर इज्जत घर लिखवाया गया। हमने अपने जेतपुरा गांव के हर शौचलय के बाहर इज्जत घर लिखा है। गांव की बेटियों की इज्जत हमारी इज्जत है।
सांवरलाल गुर्जर, सरपंच, जेतपुरा
आसीन्द क्षेत्र के कई पंचायतों में शौचालयों के बाहर इज्जत घर लिखवाने का काम चल रहा है। इसके पीछे मुख्य कारण है कि बेटिया खुले में शौच न जाए। बेटियों की इज्जत हमारी इज्जत है। इसके लिए किसी से राशि भी नहीं ली जा रही है।
लक्ष्मीदेवी साहू, प्रधान, आसींद