scriptदिन की शुरुआत सकारात्मक सोच, प्रार्थना व योग से करें | Start the day with positive thinking, prayer and yoga in bhilwara | Patrika News

दिन की शुरुआत सकारात्मक सोच, प्रार्थना व योग से करें

locationभीलवाड़ाPublished: Sep 17, 2019 11:13:31 am

Submitted by:

Suresh Jain

‘बॉय-बॉय हार्ट अटेक पर संगोष्ठी आयोजित

Start the day with positive thinking, prayer and yoga in bhilwara

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भीलवाड़ा।
Maharo rajasthan prosperous rajasthan rath yatra आज के युग में बच्चों को पढाई का तनाव, युवाओं को कमाई का और बुजर्गो को एकाकीपन का तनाव है। तनाव क्या है, किसी भी परिस्थिति का दबाव के सामने हमारी उस स्थिति को झेलने की क्षमता। अगर स्थिति को झेलने की क्षमता कम होगी तो तनाव बढेगा। हमारी क्षमता हमारे आंतरिक मन स्थिति को मजबूत करने से बढती है। इसके लिए साधारण तौर पर हमने पांच ‘सीÓ का सिद्धान्त बनाया है। इसमें चुनौती से लडने की दृढ़ता बढाना, उसका सामना करने के लिए अपनी क्षमता का मजबूत करना। साथ ही हम उन बातों पर ध्यान दे, जिस पर हमारा नियंत्रण हो। जिन परिस्थितियों पर हमारा नियंत्रण ही नही हो, उसे नजर अन्दाज करे। अपनी समस्याओं को परिवार एवं मित्रों के साथ शेयर करे अथवा उन्हे कागज पर लिखे। इससे आपका आंतरिक तनाव कम होगा। दूसरों को सहयोग दे। आपको भी ऐसी परिस्थितियों में सहयोग मिलेगा। दिन की शुरुआत सकारात्मक रुप से ईश्वर की प्रार्थना व योग से करें। यह बात इन्दौर आयुर्वेदिक कॉलेज के प्रोफेसर डॉ दिलीप नाल्गे ने मेवाड चेम्बर भवन में ब्रह्रााकुमारी संस्थान एवं चेम्बर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित ‘बॉय-बॉय हार्ट अटेकÓ पर आयोजित संगोष्ठी में कही। यह कार्यक्रम म्हारो राजस्थान समृद्ध राजस्थान रथ यात्रा के भीलवाड़ा आगमन के दौरान किया गया।
Maharo rajasthan prosperous rajasthan rath yatra ब्रह्रााकुमारी संस्थान माउण्ट आबू के प्रदीप भाई ने कहा कि सामान्य रुप से हार्ट एक मिनिट में 72 बार धडकता है और इसमें भी एक धकडन से दूसरी धडकन के मध्य उसे 0.3 सैकण्ड का आराम का समय मिलता है। तनाव, क्रोध आदि परिस्थितियों में हार्ट की धडकन 100 या अधिक बढने से इसे आराम करने का समय नही मिल पाता, और यही परिस्थितियां आगे चलकर हार्ट अटेक को जन्म देती है। हार्ट अटेक से बचने के लिए अपने दिल को आराम का समय दे। आज की परिस्थितियों के चलते भारत में प्रतिवर्ष 80 लाख नए लोगों को हार्ट की बिमारी हो रही है। आधुनिक चिकित्सा के पास इसका इलाज मात्र स्टेंट लगाना या बाईपास है। जो कि रोग को जड़ से समाप्त नही कर सकता। आधुनिक जीवन की इन समस्याओं को समाप्त करने के लिए हमे राजयोग को अपनाना होगा। संगोष्ठी के प्रारम्भ में चेम्बर के पूर्व अध्यक्ष डॉ पीएम बेसवाल, महासचिव आरके जैन, कोषाध्यक्ष कमल मोदी, सीजीएसटी सहायक आयुक्त अशोक जेठवा उपस्थित थे।
Maharo rajasthan prosperous rajasthan rath yatra विजयसिंह पथिक नगर स्थित ब्रह्माकुमारी आश्रम सेवा केन्द्र संचालक इन्द्रा बहन ने बताया कि प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय माउंट आबू की ओर से ‘म्हारो राजस्थान समृद्ध राजस्थान अभियानÓ रथ सोमवार को भीलवाड़ा पहुंचा। यात्रा के साथ आई टीम ने विभिन्न स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित किए। शाम को विजयसिंह पथिक नगर सेवा केन्द्र पर मुख्य समारोह हुआ।
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