थानाप्रभारी सतीश चौधरी ने बताया कि मिलन टॉकिज के सामने सोना सेल्स कैमरे की दुकान को चोरों ने निशाना बनाया। छत के दरवाजे की कुंडी को धक्का देकर खोल दिया। सीढि़यों से नीचे आए चोरों ने दुकान में घुसने से पहले वहां लोहे के गेट को गैस कटर से काटा।
लोहे के गेट के नीचे के हिस्से को कटर से इतना ही काटा जितना एक हाथ अंदर जा सकें। गेट में छेद करके चोरों ने एक हाथ डालकर अंदर से लगी कुंडी को खोल दिया। उसके बाद दुकान के शोकेस में जमे नामचीन कम्पनी के 14 कैमरे, सीसी कैमरे, और 40 हजार नकद ले गए। चोरी माल की कीमत करीब 15 लाख 44 हजार रुपए है। दुकान मालिक राजेश बाफना को मंगलवार सुबह दुकान खोलने पर अंदर सामान बिखरा मिला। शोकेस से कैमरे गायब थे।
नए औजार खरीदे, भूखंड में फेंके चोरों ने वारदात के लिए नए औजार खरीदे थे। यह औजार पुलिस को दुकान के पीछे खाली भूखंड में प्लास्टिक के कट्टे में मिले। इनमें पेचकस, सब्बल, हथौड़ी, कटर मशीन, आरी का पत्ता समेत अन्य औजार शामिल थे।
वारदात के तरीके से दुकान मालिक और पुलिस का मानना है कि घटना के पीछे जानकार का हाथ है। पहले रैकी की। उसे छत का रास्ता पता था। दुकान के सीसी कैमरे की हार्डडिस्क का पता था। काउंटर के नीचे की हार्डडिस्क चुरा ले गए। जो कैमरे चुराए, वो महंगे थे। उसे कैमरे के बारे में भी जानकारी थी। दुकान मालिक ने एक व्यक्ति पर शंका जाहिर की लेकिन पुलिस ने रात तक पूछताछ नहीं की। दिलचस्प पहलु यह है कि उस रोड पर रात में होमगार्ड गश्त भी करते है। लेकिन दुकान में हो रही चोरी का पता तक नहीं लग पाया।