scriptछात्र राजनीति से ही पड़ रही गुटबाजी की नींव, नहीं खुलते हैं छात्रसंघ कार्यालय | Student union election | Patrika News

छात्र राजनीति से ही पड़ रही गुटबाजी की नींव, नहीं खुलते हैं छात्रसंघ कार्यालय

locationभीलवाड़ाPublished: Aug 22, 2019 02:37:50 am

Submitted by:

rajesh jain

छात्र राजनीति से निकले कई नेता अब राजनीति में अहम पदों पर हंै। हालांकि हालात अब एेसे हैं कि छात्र राजनीति में गुटबाजी बहुत बढ़ गई है।

छात्र राजनीति से ही पड़ रही गुटबाजी की नींव, नहीं खुलते हैं छात्रसंघ कार्यालय

छात्र राजनीति से ही पड़ रही गुटबाजी की नींव, नहीं खुलते हैं छात्रसंघ कार्यालय

भीलवाड़ा।

राजनीति की पहली सीढ़ी छात्रसंघ चुनाव Student union election है। छात्र राजनीति से निकले कई नेता अब राजनीति में अहम पदों पर हंै। हालांकि हालात अब एेसे हैं कि छात्र राजनीति में गुटबाजी बहुत बढ़ गई है। इसका नतीजा यह निकलता है कि छात्रसंघ चुनाव Student union election के बाद इनके कार्यालय तक नहीं खुलते हैं। खासतौर से एमएलवी कॉलेज में कई साल से यही हाल है। एेसा इसलिए होता है क्योंकि अध्यक्ष किसी और संगठन का होता है तो बाकी पदाधिकारी अन्य संगठन के। एेसे में तालमेल नहीं बैठता है। इसका असर पूरे साल कार्यक्रमों पर भी पड़ता है। एमएलवी कॉलेज में इस साल शंकर गुर्जर एबीवीपी के अध्यक्ष थे। बाकी पदाधिकारी एनसयूआइ के होने से विवाद ही रहा। हाल यह है कि छात्रसंघ कार्यालय भी समय पर नहीं खुला। एेसा अन्य कॉलेजों में भी हुआ। हालांकि कॉलेज प्रशासन इन्हें एनएसयूआई या एबीवीपी के लिहाज से नहीं मानता है लेकिन बाहर तो बैनर पर ही चुनाव लड़ा जाता है। अभी दो ही बैनर प्रमुख है। बीच में ऑल राजस्थान स्टूडेंट यूनियन ( एआरएसयू) भी सक्रिय रहा और सत्ता में आया था।
एमएलवी में कब कौन रहा अध्यक्ष

वर्ष १९८९-९० में राजेंद्रसिंह राठौड़, १९९३-९४ में शिरीष त्रिपाठी, १९९४-९५ में रमेश नवहाल, १९९५-९६ में सांवरमल चौधरी, १९९६-९७ में सतीष ईसरानी, १९९७-९८ में छैलबिहारी जोशी, १९९८-९९ में दीपक सुल्तानिया, १९९९-२००० में अविचल व्यास, २००१-२००२ में प्रतापसिंह, २००२-०३ में नागेंद्र उपाध्याय-भारत सुवालका, २००४-०५ में कुणाल ओझा, २०१०-११ में बक्षु जाट, २०११-१२ में कैलाश चौधरी, २०१२-१३ में अनमोल पाराशर, २०१३-१४ में आशीष चौधरी, २०१४-१५ में शैलेंद्रनाथ व्यास, २०१५-१६ में सोनू चौधरी, २०१६-१७ में गजेंद्रसिंह राठौड़, २०१७-१८ में टीकमचंद जाट, २०१८-१९ में शंकरलाल गुर्जर अध्यक्ष के पद पर निर्वाचित हुए हैं।
एसएमएम गल्र्स कॉलेज

वर्ष २०१२ में भारती दाधीच, वर्ष २०१३ में भाग्यलक्ष्मी, वर्ष २०१४ में भावना चौहान, २०१५ में अभिलाषा बुलीवाल, वर्ष २०१६ में राधा जाट, वर्ष २०१७ में प्रियंका टेलर, वर्ष २०१८ में प्रियंका शक्तावत अध्यक्ष रहीं।
डाड, गुर्जर सहित कई नेता रहे सक्रिय

छात्रसंघ राजनीति में निकले धीरज गुर्जर कांग्रेस से विधायक रहे हैं। धीरज गुर्जर एनएसयूआइ के प्रदेशाध्यक्ष रहे हैं। इसी तरह भाजपा के मौजूदा जिलाध्यक्ष एलएन डाड भी छात्र राजनीति से निकले हैं।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो