भीलवाड़ा

देश में पहली बार महावीर जयन्ती पर मुनि सुधासागर ने ऑनलाइन करवाई पूजा

कोरोना वायरस के कारण न प्रभातफेरी निकली न जुलुस

भीलवाड़ाApr 06, 2020 / 08:28 pm

Suresh Jain

Sudhasagar conducted pooja online on Mahavir Jayanti in bhilwara

भीलवाड़ा .

कोरोना वायरस के कारण न प्रभातफेरी निकली न जुलुसदिगम्बर जैन समाज ने सोमवार को भगवान महावीर की 2619 वी जयंती पूरे देश में अनूठे ठंग से मनाई। कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन के कारण जैन समाज ने प्रभातफेरी एवं जुलूस नहीं निकाल कर घर पर ही रहकर यह उत्सव मनाया। आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष नरेश गोधा ने बताया कि जैन संतो के निर्देशानुसार रविवार को रात 9 बजे जैन समाज के सभी घरों पर 9-9 दीपक जला कर णमोकार मंत्र का पाठ किया। सोमवार सुबह ८ बजे मध्यप्रदेश के सागर मुनि प्रमाण सागर के सानिध्य में ऑनलाइन महावीर भगवान के अभिषेक एवं शांतिधारा को पूरे विश्व में प्रसारित किया गया। पौने नो बजे से बिजौलिया से मुनि सुधासागर के सानिध्य में ऑनलाइन अभिषेक व शांतिधारा के बाद महावीर भगवान के जन्म कल्याणक की पूजा की गई।
लगभग 3 घंटे चले इस पूजा कार्यक्रम के बाद महावीर भक्ताबंर विधान पूजन के 48 अर्घ चढाए गए। सुधासागर महाराज, महासागर, निष्कंप सागर ने पूजा के उच्चारण के साथ भीलवाड़ा में दो हजार से अधिक घरों में पूजन किया गया। साथ ही विश्व से कोरोना महामारी की समाप्ती एवं विश्व कल्याण की भावना के साथ सभी घरों में हवन किए गए। उपाध्यक्ष महेंद्र सेठी ने बताया कि ऐसा पहला अवसर है जब सभी भक्तों को 3 घंटे तक मुनि संघ के मुखारबिंद से पूजा व हवन क्रिया हुई। पूजा किसी भी पंचकल्याण में भी ऐसा नहीं हुआ है।
इस मौके पर मुनि सुधासागर ने कहा कि सृष्टि का क्रम युग की आवश्कता अनुसार चलता है। यह पाप और पुण्य का पलड़े पर झूलती है। महावीर से पूर्व पाप का पलड़ा बहुत भारी हो गया था जिसकी अति के बाद सृष्टि की गोद में महावीर का जन्म हुआ। दुस्टों का दमन करने के लिए ही महान आत्मा जन्म लेती हैँ। उन्होंने कहा कि महावीर भगवान के उपदेश इतने व्यापक थे की वो काल की सीमाओं से नहीं बंधे थे। उनका मूल उपदेश अहिंसा का था। बलवान अपनी शक्ति से दूसरों के नाश के भाव नहीं करे। जैसे तुम जीना चाहते हो वैसे ही सभी जीव। यहां तक कि पेड़ पौधे भी जीना चाहते हैं। जब तुम्हे दूसरे को जीवन देने की सामथ्र्य नहीं है तो उसे मारने का भी अधिकार नहीं है।
एनसी जैन ने बताया कि महावीर जयंती पर बाहुबली मित्र मंडल की और से सकल जैन समाज के लिए रंगोली प्रतियोगिता का ऑनलाइन आयोजन किया। इसमें सौ से अधिक बालिकाओं व महिलाओं ने अपना पंजीयन करवाया है। शास्त्रीनगर हाउसिंग बोर्ड मंदिर के सदस्यों ने सुबह अपने ही मकानों के बाहर खड़े होकर णमोकार मंत्र का जाप किया। यह जानकारी महावीर सेवा समिति के सचिव प्रकाश गंगवाल ने दी। बापूनगर में रहने वाले सभी जैन समाज के घरों में भी महावीर जयन्ती मनाई। घरो पर जैन ध्वज एवं रांगोली से माडनां बनाए गए। सुबह 8 बजे घर के बहार थाली बजाकर भगवान महावीर के सन्देशो को गुंजायमान किया।
घंटी, शंखनाद व तालिया बजाकर मनाया जन्मकल्याणक महोत्सव
भीलवाड़ा . भगवान महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव समिति की ओर से भगवान महावीर जन्म कल्याणक दिवस पर महामंत्र नवकार मंत्र का जाप, सामयिक, थाली बजाकर व दीप प्रज्वलित कर मनाया। संयोजक ज्ञानप्रकाश सांखला ने बताया कि सभी ने अपने घरों के बाहर तालिया, घंटी व शंखनाद बजाकर 10 नारे लगाए। इसमें त्रिशला नंदन वीर की जय बोलो महावीर की, महावीर का क्या संदेश जियो और जीने दो, सब का एक ही नारा है अहिंसा धर्म प्यारा है। बाद नवकार महामंत्र का जाप किया। यह पहला अवसर है जो पूरे देश में सात्विकता पवित्रता का पालन करते हुए यह पर्व मनाया। समिति के राजेन्द्र चिपड़, निर्मल गोखरु, मुकनराज बोहरा, दलपत सिंह डांगी, मनीष बम्ब ने बताया की सामायिक वेशभूषा में सामायिक की गई। जाप के प्रभाव से कोरोना वायरस का भी संपूर्ण विश्व में प्रकोप समाप्त होगा। महावीर युवक मंडल सेवा संस्थान अध्यक्ष राजेंद्र सिंघवी व मंत्री हेमंत बाबेल ने बताया कि शाम सात बजे घरो के दरवाजे पर दीप प्रज्वलित भी किए जाएंगे। मीडिया प्रभारी मनीष बम्ब ने बताया कि महावीर जयंती पर रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाता है लेकिन महाकफ्र्यू के चलते यह कार्यक्रम नहीं हो सका। मंडल ने सौ संस्थान के सदस्यों की सूची तैयार की है जो कि शहर के किसी भी चिकित्सालय में रक्त की आवश्यकता की जानकारी मिलने पर रक्तदान करेंगे।
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