Commercial tax department वाणिज्यिक कर अधिकारियों ने बताया कि कुछ मामले ऐसे सामने आए, जिनमें व्यापारी ने जीएसटी में पंजीयन से पहले ही लोगों ने टैक्स वसूली भी कर रहे हैं। अधिकारी ने बताया कि एक व्यापारी ने जीएसटी रजिस्ट्रेशन के लिए इस साल ११ जून को आवेदन किया। १८ जून को जीएसटी नंबर आवंटित हुए लेकिन ३१ मई को किसी व्यापारी से माल खरीदने पर बनाए बिल में वही जीएसटी नंबर डाला है। उसी व्यापारी को जब और माल ई-वे बिल से भेजते हैं तो अनरजिस्टर्ड लिखते हैं। एेसे कई मामले सामने आ रहे हैं। अन्य व्यापारी से जीएसटी नंबर आने से पहले नंबर डालकर बिल काटने का मामला भी सामने आया। माना जा रहा है कि ये बिल जीएसटी नंबर आने के बाद बनाए गए लेकिन तारीख पुरानी डालकर इनपुट टेक्स क्रेडिट लेने का प्रयास किया जा रहा है। ऐसे व्यापारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
लेपटॉप मांगा
वाणिज्यिक कर विभाग ने मंगलवार को एक फैक्ट्री व उसके निदेशकों के आवास पर छापा मारा। एक उद्यमी ने इसमें जप्त लेपटॉप लौटाने की मांग की। अधिकारी ने उद्यमी को बताया कि प्रकरण की ऑडिट पूरी होने तक लेपटॉप व अन्य दस्तावेज वापस नहीं मिलेंगे।
वाणिज्यिक कर विभाग ने मंगलवार को एक फैक्ट्री व उसके निदेशकों के आवास पर छापा मारा। एक उद्यमी ने इसमें जप्त लेपटॉप लौटाने की मांग की। अधिकारी ने उद्यमी को बताया कि प्रकरण की ऑडिट पूरी होने तक लेपटॉप व अन्य दस्तावेज वापस नहीं मिलेंगे।