पीडि़ता झमकू देवी कुमावत ने रिपोर्ट दी कि पति की मृत्यु हो चुकी है। बेटा नहीं है। तीन बेटियां है। समाज के पंच-पटेलों ने सभा कर महिला के पति की पगडी बांधने के नाम पर जबरन छह बीघा जमीन अपने नाम करवा ली। घर व बाड़ा छीनकर पीडि़ता को घर से निकाल दिया। इसके बाद वृद्धा कुम्हारिया खेड़ा में बेटी के पास रह रही है। पीडि़ता ने शेष जमीन बेचान की तो ३१ जुलाई को समाज के पंचों ने पुन: सभा की और उसे जाति से बहिष्कृत कर ४० लाख रुपए जुर्माना लगा दिया। पीडि़ता को शरण देने वाले तथा सेवा करने वाली बेटियों व उसके ससुराल वालों को भी समाज से बहिष्कृत कर ५१ हजार रुपए का जुर्माना लगा दिया। समाज के पंचों ने पीडि़ता व उसके बेटियों का हुक्का-पानी बंद कर दिया। पीडि़ता ने कहा कि समाज के पंच उसकी जमीन छीनना चाहते है। पीडि़ता ने पुलिस अधीक्षक से पंचों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।