भीलवाड़ा

प्रदेश में यहां विधायक ने खून से लिखकर, बंया किया जनता का दर्द

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भीलवाड़ाSep 22, 2018 / 04:25 pm

Jyoti Patel

प्रदेश में यहां विधायक ने खून से लिखकर, बंया जनता का दर्द

भीलवाड़ा. कांग्रेस विधायक धीरज गुर्जर ने सरकार पर विधानसभा क्षेत्र जहाजपुर व कोटड़ी की अनदेखी का आरोप लगाते हुए विरोध का अनूठा तरीका अपनाया। उन्होंने अपने खून से क्षेत्र की जनता का दर्द लिखा। इसमें क्षेत्र की समस्याओं का उल्लेख है। बड़े बैनर पर खूने से लिखा यह ज्ञापन मुख्यमंत्री को भेजा जाएगा। विधायक धीरज ने शुक्रवार शाम यहां सूचना केन्द्र के बाहर अपने खून से मुख्यमंत्री के नाम १५ सूत्री मांगों का ज्ञापन लिखा। प्रदेश के इतिहास में यह पहला अवसर है, जब किसी विधायक अपने खून से ज्ञापन लिखकर सरकार को भिजवा रहे हैं। विधायक ने आरोप लगाया कि सरकार उनके विधानसभा क्षेत्र में द्वेषतापूर्ण कार्रवाई कर रही है। उनकी मांगों में जिले के सभी वंचितों को आवास और किस्तों का भुगतान, खाद्य सुरक्षा योजना का लाभ, किसानों को मुआवजा, पेंशन, कॉलेज, चिकित्सकों के रिक्त पद भरने, पेयजल समस्या, सड़क निर्माण, किसानों को सिंचाई के लिए पानी, शौचालय निर्माण अनुदान राशि का भुगतान प्रमुख हैं। दो बार खून निकाला सूचना केंद्र पर हुए कार्यक्रम में विधायक धीरज का दो बार खून निकाला गया। पहले निकाला गया, खून कम पड़ गया। बाद में और खून निकाला गया। कार्यक्रम में जहाजपुर व कोटड़ी क्षेत्र से रामकुंवार मीणा, पृथ्वीराज मीणा, तेजेंद्र सिंह, पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष अनिल डांगी, मुकेश जाट, वीरेंद्र धाकड़, जहाजपुर नगर पालिका अध्यक्ष विवेक मीणा समेत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे। ये रखीं प्रमुख समस्याएं खून से लिखे ज्ञापन में पीएम आवास योजना में लोगों के नाम काटे, खाद्य सुरक्षा योजना का लाभ नहीं दिया, शौचालयों निर्माण का भुगतान नहीं किया, ककरोलिया घाटी का पानी सिंचाई के लिए दिया जाए, पेंशन भुगतान, जहाजपुर व कोटड़ी में कॉलेज खोला जाए, फसलों का बकाया मुआवजा मिले, नरेगा के तहत पक्के निर्माण कराए जाएं, जहाजपुर व कोटड़ी सीएचसी में डॉक्टर, नागदी नदी का विकास, चंबल परियोजना का काम जल्दी कराने, ऊंचा-कुचलवाड़ा का विकास कराने, शहर को सिक्योर मीटर कंपनी से मुक्त कराने की मांगों का उल्लेख किया गया।
विधायक कर रहे हैं नौटंकी

जहाजपुर के प्रधान और पूर्व विधायक शिवजीराम मीणा ने विधायक धीरज गुर्जर के खून से ज्ञापन लिखने को नौटंकी बताया। उन्होंने कहा कि चुनाव नजदीक होने के कारण गुर्जर इस तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। गुर्जर जिन मांगों को लेकर जिला मुख्यालय पर खून से ज्ञापन लिख रहे हैं, उन्होंने इन मुद्दों को पांच साल में विधानसभा में क्यों नहीं उठाया। गुर्जर क्षेत्र की जनता की उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे। अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए वे राज्य सरकार पर आरोप लगा रहे हैं। मीणा ने आरोप लगाया कि विधायक परिजन कोटड़ी में प्रधान हैं, इसलिए उन्होंने लोगों को आवास योजना का लाभ नहीं लेने दिया। पंचायतों में विकास कार्य में भेदभाव किया गया। सरकार क्षेत्र की समस्याओं का निराकरण कर रही है। जहाजपुर क्षेत्र में विकास के कई कार्य हुए हैं। चिकित्सकों के रिक्त पद भरे जा रहे हैं। कालेज में जल्दी संसाधन दिए जाएंगे। उन्होंने विधायक के परिजनों और समर्थकों पर क्षेत्र में भय का माहौल बनाने का आरोप लगाया। सरकार के राज में जनता दुखी है। विधायक और मंत्री परेशान हैं। कांग्रेस के विधायक जहां हैं, वहां जानबूझकर सुविधाएं घटाई गई हैं। सरकार युवाओं को भ्रमित कर रही है। इसलिए मैंने अपने खून से जनता का दर्द लिखा। ज्ञापन सरकार को भिजवाया जा रहा है।
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