थानाप्रभारी नवनीत व्यास ने बताया, 15 अक्टूबर को चांदगढ़ (बड़लियास) निवासी रामलाल जाट ने मामला दर्ज कराया था कि १२ अक्टूबर को वह अपने दोहिते विनोद के साथ भीलवाड़ा कृषि उपज मंडी में अनाज बेचने गया। दोपहर में अनाज बेचकर 34,600 रुपए जेब में रखे और पैदल प्राइवेट बस स्टैंड की ओर से जा रहे थे। पीछे से ऑटो में आए तीन जने रूके। बस स्टैंड जाने के लिए लिफ्ट देकर बैठा लिया। आगे वाली सीट पर रामलाल बैठ गया और दोनों तरफ दो व्यक्ति बैठ गए। दोहिता पीछे वाली सीट पर बैठ गया।
किराए के लिए डाला जेब में हाथ, भगा ले गए ऑटो ऑटो से उतरने के बाद रामलाल ने किराया देने जेब में हाथ डाला तो नकदी गायब मिली। इस दरम्यिान ऑटो में सवार तीन जने वाहन भगा ले गए। दोहिते ने ऑटो के नम्बर देख लिए। पुलिस ने चोरी का मामला दर्ज किया। जांच के बाद कोदिया खेड़ी (कपासन) हाल बनेड़ा निवासी शेरखान उर्फ शेरू पठान, अशरफ उर्फ बबलू पठान तथा शेरखान का भाई बोदियाना (चित्तौडग़ढ़) निवासी रफीक खान उर्फ अमन खान को गिरफ्तार किया।
किराए पर लिया ऑटो, दिन में करते वारदात आरोपियों ने बताया कि चित्तौडग़ढ़ से सवारी ऑटो किराए पर लेकर भीलवाड़ा में आकर चलाते है। ऑटो को रात में किसी ऑटो गैराज के बाहर पार्र्किंग में खड़ा कर चले जाते हैं। सुबह आकर ऑटो चलाते है। एक व्यक्ति वाहन चलाता है जबकि दोनों भाई अपने पास एक-एक बैग रखते हैं। अनाज मंडी व अजमेर तिराहे के आसपास घूमते रहते है। बुजुर्ग को जाता हुआ देखे ऑटो में बीच में बैठा लेते है। यात्रा के दौरान जेब से नकदी चुरा लेते है।