प्रकरण के अनुसार 12 जुलाई 2010 को दंपती ने कोतवाली में एक मामला दर्ज कराया था। रिपोर्ट में आरोप लगाया कि उसकी 16 साल की पुत्री को अगरपुरा निवासी गुलाबचंद प्रजापत और उसके परिवार के अन्य सदस्य अपहरण कर ले गए। घटना के समय दंपती मजदूरी पर गए हुए थे। किशोरी को जबरन एक अभियुक्त से शादी करवा दी गई।