भीलवाड़ा गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन अध्यक्ष विश्वबंधु सिंह राठौड़ ने बताया कि हड़ताल के पहले ही दिन हजारों की संख्या में वाहन नहीं चले। अन्य शहरों के लिए जाने वाले ट्रक को भी ट्रासपोर्ट नगर में खड़ा करवा दिया है। हड़ताल के कारण जिले में पहले दिन करीब पांच करोड़ से अधिक का कारोबार प्रभावित हुआ।
यह है प्रमुख मांगे
राठौड़ ने बताया कि एलसीवी गाडियों पर टैक्स खत्म हो। ओवर हाइट का चालान अन्य राज्यों की तरह 15 सौ तक रहे।
टोल प्लाजा पर अंडर लोड गाडिय़ों को ओवर लोड बताकर भारी भरकम चालान बनाना। यातायात पुलिस की ओर से स्पीड वाली गाड़ी को रोककर चालान काटते है, गाडिय़ों की स्पीड सीमा बढ़ाई जाए। राजस्थान सरकार और जयपुर विकास प्राधिकरण की हठधर्मिता से आज तक पूरी नहीं हुई नई ट्रांसपोर्ट योजना को पूरा करना।
इसके अलावा डीजल की कीमतें कम तथा राष्ट्रीय स्तर पर एक समान हो। मूल्य निर्धारण और डीजल कीमतों में त्रैमासिक संशोधन किया जाना चाहिए। टोल बैरियर मुक्त भारत हो। तृतीय पक्ष बीमा प्रीमियम निर्धारण में पारदर्शिता। ट्रांसपोर्ट व्यवसाय पर टीडीएस समाप्त हो, आयकर अधिनियम की धारा 44 एई में अनुमानित आय में कमी और उसको तर्कसंगत किया जाए व ई वे बिल से जुड़ी व्यवहारिक समस्याएं को देखते हुए नियमों में संशोधन किया जाए।
आज से जुर्माना
राठौड़ ने बताया कि हड़ताल को सफल बनाने के लिए समितियों का गठन किया गया है। यह समिति हर क्षेत्र का दौरा कर रही। इस दौरान अगर कोई ट्रांसपोटर माल खाली करते या भरता पाया जाता है तो ट्रांसपोर्ट मालिक से 21 हजार का तथा ट्रक चालक से दस हजार का जुर्माना वसूला जा रहा है।