scriptट्रक ट्रांसपोर्ट व्यवसाइयों ने किया डीटीओं कार्यालय के बाहर किया प्रदर्शन | Truck transport workers demonstrated outside DTO office in bhilwara | Patrika News

ट्रक ट्रांसपोर्ट व्यवसाइयों ने किया डीटीओं कार्यालय के बाहर किया प्रदर्शन

locationभीलवाड़ाPublished: Jul 14, 2020 10:22:05 pm

Submitted by:

Suresh Jain

टारगेट बनाकर की जा रही वसूली के विरोध में दो घंटे ट्रांसपोर्ट मार्केट बन्द रहा

Truck transport workers demonstrated outside DTO office in bhilwara

Truck transport workers demonstrated outside DTO office in bhilwara

भीलवाड़ा

जिला परिवहन विभाग की ओर से ट्रांसपोर्टर एवं ट्रक मालिकों को टारगेट बनाकर की जा रही वसूली को रोकने की मांग को लेकर भीलवाड़ा गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसियेशन अध्यक्ष विश्वबन्धु सिंह राठौड़ के नेतृत्व में एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने पुर रोड़ स्थित परिवहन कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन करते हुए ज्ञापन दिया। इस दौरान पूरा ट्रांसपोर्ट बाजार बन्द रहा। किसी भी तरह से काम-काज तक ठप रहा।
राठौड़ ने बताया कि विगत कई दिनों से राजस्व की प्राप्ति के लिए परिवहन व्यवसाइयों एवं वाहन मालिकों को माध्यम बनाकर जबरन तरीके से नीति एवं नियमों के विरूद्ध चालान बनाकर वसूली की जा रही है। कोरोना महामारी में लगे लॉकडाउन से पहले ही ट्रांसपोर्टर एवं ट्रक मालिक उभर नहीं पाए है ऐसे में उल्टा सहयोग की बजाय परिवहन विभाग ट्रांसपोर्टर एवं ट्रक मालिक के वाहनों के चालान बनाकर वसूली की जा रही है। इससे ट्रांसपोर्टर एवं ट्रक मालिक में रोष व्याप्त है।
भीलवाड़ा थोक ट्रांसपोर्ट समिति के अध्यक्ष गोपाल बंसल ने बताया कि निजी फिटनेस सेन्टर पर वाहन की फिटनेस के नाम पर अतिरिक्त वसूली की जा रही है। विरोध करने पर फिटनेस बनाकर देने में आना-कानी की जा रही है। अनावश्यक रूप से परेशान किया जा रहा है। ऐसे में ट्रांसपोर्टर एवं ट्रक मालिकों को अतिरिक्त शुल्क देने पर मजबूर होना पड़ रहा है। वाहनों के ऑनलाईन चालान जारी होने लगे है, लेकिन वाहनों की फिटनेस, कर चुकता, ब्लेक लिस्टेड वाहन के भुगतान की प्रक्रिया कार्यालय में ही हो रही है। जब चालान ऑनलाईन जारी हो रहे है तो उनका भुगतान भी ऑनलाईन जमा किया जाना चाहिए।
सचिव सुनील सोडाणी ने बताया कि निजी ट्रावेल्स वाहनों को सवारियों के परिवहन की अनुमति है किन्तु इनके माध्यम से अवैध रूप से माल का भी परिवहन किया जा रहा है जो कि नियमों के विरूद्ध है। इससे कर चोरी के साथ-साथ राजस्व को भी नुकसान हो रहा है। कोई कार्रवाई नहीं होने से निजी ट्रावेल्स वाहनों पर खुलेआम माल का परिवहन किया जा रहा है। पेट्रोलियम राजस्व प्राप्ति सरकार के आर्थिक स्त्रोत में से एक है, लेकिन राजस्थान में डीजल पर वेट अन्य राज्यों से बहुत अधिक है। इसे भी कम करने की मांग की गई। प्रदर्शन व ज्ञापन देने के दौरान केशव भुरानी, नरेन्द्र यादव, सनमती जैन, योगेश अग्रवाल, राजमल अग्रवाल, किशोर नानेचा, महेन्द्र सोगानी तथा एसोसियेशन के पदाधिकारी उपस्थित थे।
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