अभी दसवीं है रैकिंग भीलवाड़ा स्टेशन को ‘एÓ श्रेणी का दर्जा मिला हुआ है। रेलवे ने इससे पूर्व कराए सर्वे में आकलन का आधार मात्र स्वच्छता व सुविधाओं को रखा था। गत वर्ष ३७५ स्टेशनों में से भीलवाड़ा की १०वीं रेङ्क्षकग रही थी। सर्वे में इस बार राजस्व को भी शामिल किया गया है। भीलवाड़ा स्टेशन को यात्री टिकट के साथ ही अन्य स्रोतों से रोजाना आठ से दस लाख रुपए की आय हो रही है।
दो सौ यात्रियों से किए सवाल
क्यूसीआइ सर्वे टीम ने दो दिन में स्वचलित सीढ़ी, केंटीन, पार्सलघर, बुकिंग, आरक्षण केन्द्र, पार्किंग, सुलभ शौचालय, चिकित्सा, यार्ड, पेयजल, यात्री विश्रामालय, एफओबी तथा प्लेटफार्म की सुविधाओं को देखा। टीम ने २०० यात्रियों से बातचीत की रिकार्डिंग की।
यात्रियों ने सराहा
अधिकांश यात्रियों ने भीलवाड़ा स्टेशन को श्रेष्ठ बताया। यहां फड़ चित्रकारी और प्रवेशद्वार की सजावट की सराहना की। यात्रियों से सुलभ शौचालय, सफाई व पेयजल, ट्रेनों की सूचना के प्रसारण तथा आरक्षण, बुकिंग व पूछताछ केन्द्र पर रेलवेकर्मियों के आचरण व व्यवहार के बारे में भी पूछा गया। स्टेशन को हराभरा रखने के लिए पौधरोपण की शुरुआत की गई।
यह भी किया उजागर कई यात्रियों ने विद्युतीकरण कार्य पूर्ण होने के बावजूद विद्युत ट्रेनों का संचालन शुरू नहीं होने पर चिंता जताई। उन्होंने मुम्बई, दिल्ली के साथ ही दक्षिण व उत्तर के लिए भी ट्रेनों की संख्या बढ़ाने की मांग की। कुछ ने सीसी कैमरों व रेलवे पुलिस व आरपीएफ को और मुस्तैद रहने की जरूरत बताई। सौर प्लांट जल्द लगाने, रेलवे चिकित्सालय में चिकित्सा सुविधा बढ़ाने, आवास की संख्या बढ़ाने, अतिक्रमण हटवाने के सुझाव भी आए।
यात्री सुविधाओं में नहीं होने देंगे कमी रैकिंग सर्वे टीम ने यात्रियों से फीडबेक भी लिया। प्रयास है कि भीलवाड़ा स्टेशन देश के प्रमुख स्टेशनों में शुमार रहे। यात्रियों को बेहतर सुविधा मिले।
राधेश्याम शर्मा, स्टेशन अधीक्षक, भीलवाड़ा